जुबिली न्यूज़ डेस्क
कुछ दिनों पहले ही रिहा हुआ पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। देर रात उन्हें एक बार फिर गिरफ्तार कर लिया गया। बताया जा रहा है कि गायत्री को लखनऊ की गाजीपुर पुलिस ने धोखाधड़ी, जालसाजी और धमकी देने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
दरअसल गायत्री पर ये एफआईआर रेप का आरोप लगाने वाली महिला के पूर्व वकील दिनेश चन्द्र त्रिपाठी ने करवाई थी। इस एफआईआर में उस पीड़ित महिला को भी आरोपी बनाया गया है। वकील की तरफ से ये आरोप लगाया गया है कि रेप पीडिता ने मामले को रफा दफा करने के लिए गायत्री से करोड़ों रूपये का लेनदेन किया है।
यही नहीं वकील का आरोप है कि रेप मामले में दोषी गायत्री प्रजापति ने पीड़िता को करोड़ों रूपये ट्रांसफर किये हैं। इसके भी पुख़्ता सबूत पुलिस को दिए गये हैं। इसके बाद यह एफआईआर दर्ज की गई है। ऐसा मामलें को रफा दफा करने के लिए किया गया है।
गौरतलब है कि ये पूरा मामला समाजवादी पार्टी के शासनकाल का ही है। जब चित्रकूट की एक महिला ने मंत्री गायत्री प्रजापति पर रेप का आरोप लगाया था। इसके बाद फ़रवरी 2017 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गायत्री प्रजापति के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया गया था।
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बता दें कि बीती 4 सितंबर को ही गायत्री प्रजापति को इस मामलें में जमानत मिली थी। रेप मामले में जेल में बंद यूपी के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की जमानत याचिका हाई कोर्ट ने मंजूर कर ली थी। कोर्ट की लखनऊ बेंच ने गायत्री प्रसाद प्रजापति को 2 महीने की राहत दी थी। गायत्री प्रजापति लखनऊ जेल में कई महीनों से बंद थे।