जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. अलीगढ़ मुस्लिम यूनीवर्सिटी से पढ़ी गज़ाला अहमद को नौकरी से इसलिए निकाल दिया गया क्योंकि वह बगैर हिजाब के काम करने को तैयार नहीं थी. अलीगढ़ मुस्लिम यूनीवर्सिटी से मॉस कम्युनिकेशन का कोर्स करने के बाद गज़ाला ने एक बड़े अखबार और चैनल में इन्टर्नशिप करने के बाद इस नयी नौकरी का टेलीफोन पर हुआ इन्टरव्यू पास किया था.
गज़ाला ने बताया कि अच्छी खासी सैलरी पर नौकरी मिली थी. इन्टरव्यू के बाद जब सब कुछ तय हो गया था तब गज़ाला के एक सवाल ने उसके हाथ से उसकी नौकरी छीन ली. गज़ाला ने पूछा कि मैं हिजाब पहनती हूँ. स्कूल, कालेज, यूनीवर्सिटी, अखबार का दफ्तर और चैनल सब जगह उसने हिजाब में काम किया है और किसी को कोई दिक्कत नहीं हुई. हिजाब का मुद्दा सामने आते ही उधर से आवाज़ आयी कि किसी एंकर को कभी हिजाब में देखा है क्या. सॉरी यह नौकरी आपको नहीं मिल सकती.
यह भी पढ़ें : बिहार के बाहुबली नेताओं का अब क्या होगा ?
यह भी पढ़ें : आरक्षण के भीतर आरक्षण
यह भी पढ़ें : शिक्षक दिवस पर क्या बोले पीएम मोदी
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : ताज़िये दफ्न होने का ये रास्ता है सरकार
गज़ाला का कहना है कि मैं मज़हबी लिहाज़ से हिजाब पहनती हूँ. अपना काम पूरी मेहनत से करती हूँ. कम्पनी ने कहा कि यह नौकरी आपको नहीं मिल सकती क्योंकि इन्डियन मीडिया में हिजाब नहीं चलता है. हम अपने एंकर से हिजाब में काम करायेंगे तो चैनल बंद हो जाएगा.