जुबिली न्यूज डेस्क
बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी बढ़ी हुई है। चुनाव जीतने के लिए सभी अभी गणित ठीक करने में लगे हुए हैं। इस समय सबसे ज्यादा चर्चा में एनडीए हैं। एक ओर बीजेपी और जेडीयू एनडीए में सबकुछ ठीक होने का दावा कर रहे हैं तो वहीं पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के एनडीए में शामिल होने के बाद से लोक जनशक्ति पार्टी के राष्टï्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान की त्योरियां चढ़ी हुई हैं। लोजपा की प्रतिक्रिया को देखकर तो ऐसा ही लग रहा है कि एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं है।
एनडीए की सहयोगी पार्टी लोजपा ने शुक्रवार को बिहार के सभी प्रमुख अखबारों में विज्ञापन के द्वारा मतदाताओं तक अपनी बात रखने का प्रयास किया है। लोजपा ने विज्ञापन में नारा दिया गया है कि ‘आयो बनाएं नया बिहार, युवा बिहार चलो चलें युवा बिहार के साथ ‘।
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इस विज्ञापन के बाद से ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि लोजपा कोई बड़ा कदम उठाने की तैयारी में हैं। इस विज्ञापन में ‘धर्म न जात, करें सबकी बात’ पार्टी के पुराने टैग लाइन को भी दोहराया गया है।
हालांकि लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान शुरू से ही ‘बिहार 1st, बिहारी 1st’ की बात करते नजर आते रहे हैं। लेकिन इस विज्ञापन में लोजपा ने नया बिहार बनाने का आह्वान किया है।
लोजपा ने बुलाई संसदीय बोर्ड की बैठक
लोजपा ने अगले सप्ताह अपने राज्य संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई है। बताया जा रहा है कि बैठक में जेडीयू के खिलाफ उम्मीदवार उतारने पर चर्चा होगी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) के साथ लोजपा के बिगड़ते संबंधों के संकेत के बीच पार्टी सूत्रों ने कहा कि सात सितंबर को बोर्ड की बैठक के एजेंडा में मुख्य मुद्दा यह है कि क्या जेडीयू के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतारना है?
चिराग कई बार बढ़ा चुके है नीतीश की मुश्किलें
लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान और उनकी पार्टी ने अब तक बीजेपी पर निशाना साधने से परहेज किया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की तारीफ भी की है, लेकिन नीतीश कुमार के खिलाफ उसके तेवर हमलावर रहे हैं। वह कई बार नीतीश सरकार के कामकाज पर सवाल खड़ा कर उनकी मुश्किलें बढ़ा चुके हैं।
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जेडीयू और लोजपा के बीच तकरार तब और बढ़ गया जब ‘हम’ अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी एनडीए में शामिल हो गए। इसके बाद से चिराग के तेवर गरम हैं और ऐसी चर्चा है कि लोजपा जेडीयू के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतारेगी।
एक एलजेपी नेता के मुताबिक हम निश्चित रूप से उन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने पर विचार कर रहे हैं जहां जेडीयू चुनाव लड़ेगी। पासवान ने इस संबंध में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया लेकिन कहा कि उनकी पार्टी उचित समय पर फैसला करेगी।
उन्होंने कहा कि मेरा ध्यान अपनी पार्टी को चुनाव के लिए तैयार करने पर है। मेरी पार्टी के हित में जो भी निर्णय लिए जान हैं, उचित समय पर लिए जाएंगे।
लोजपा ने संगठन में भी किया बदलाव
चुनावी मोड में आ चुकी लोजपा ने संगठन में भी कुछ बदलाव कर दिया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज ने राज्य के पांच जिलों में नया अध्यक्ष को पार्टी की जिम्मेवारी दी है। इसी के साथ पूर्व से काम कर रहे जिलाध्यक्षों को प्रदेश कार्यकारिणी में शामिल किया है। इसके अलावा उन्होंने अपने सभी 40 सांगठनिक जिलों में एक- एक प्रधान महासचिव का भी पद बना दिया और उन पदों पर नये लोगों को मनोनीत कर दिया।