जुबिली न्यूज़ डेस्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्विटर अकाउंट बीते रात को हैक कर लिया गया। हालांकि इसे कुछ देर बाद ही सही कर दिया गया। ये अकाउंट उनकी निजी वेबसाइट (@narendramodi_in) से लिंक था। अब इस पूरे मामले पर ट्विटर की ओर से बयान आ गया है। इसमें ट्विटर ने माना की उनका अकाउंट हक़ हुआ था।
ट्विटर का मानना है कि ये हैकिंग बिल्कुल वैसी ही थी, जैसा कि कुछ दिनों पहले बराक ओबामा, एलन मस्क जैसी मशहूर हस्तियों के अकाउंट हैक कर बिटक्वाइन की मांग की गई थी। हैकर्स ने ट्वीट करते हुए पीएम नेशनल रिलीफ फंड में क्रिप्टो करेंसी के जरिए दान देने की मांग की।हालांकि, बाद में अकाउंट को ठीक कर लिया गया।
ट्विटर के प्रवक्ता के अनुसार, हम इस मामले की पूरी जांच कर रहे हैं। हालांकि, अभी तक इस बात की जानकारी नहीं मिली है कि इस अकाउंट के अलावा किसी और अकाउंट पर भी फर्क पड़ा है या नहीं।
ये थी मांग
हैकर्स ने पीएम मोदी के ट्विटर हैंडल पर लिखा है, ‘मैं आप लोगों से अपील करता हूं कि कोविड-19 के लिए बनाए गए पीएम मोदी रिलीफ फंड में डोनेट करें।’ उनके ट्विटर हैंडल पर करीब आधे दर्जन ट्वीट किए गए। हर ट्वीट में पैसे डोनेट करने की मांग की गई थी।
इन अमेरिकी दग्गजों के अकाउंट भी हुए चुके हैं हैक
गौरतलब है कि जुलाई के दूसरे हफ्ते में अमेरिका में कई दिग्गज हस्तियों के ट्विटर अकाउंट हैक हो गये थे। इनमें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर बिल गेट्स, दुनिया के सबसे अमीर और इन्वेस्टमेंट गुरु वारेन बफे भी शामिल थे।
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इसके अलावा अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार जो बिडेन का ट्विटर हैंडल भी हैक किया गया था। आईफोन की बनाने वाली कंपनी एप्पल भी इस साइबर अटैक के शिकार हुई थी। उस वक्त भी हैकर्स ने बिटकॉइन करेंसी की मांग की थी।
क्या है बिटकॉइन
बिटकॉइन एक तरह की वर्चुअल करेंसी है. ये दूसरी करेंसी जैसे डॉलर, रुपये या पाउंड की तरह इस्तेमाल हो सकती है।ऑनलाइन पेमेंट के अलावा इसको डॉलर और दूसरी एजेंसी में भी एक्सचेंज किया जा सकता है। ये करेंसी के रूप में साल 2009 में चलन में आई थी। मौजूदा समय में इसका इस्तेमाल ग्लोबल पेमेंट के लिए किया जा रहा है।