जुबिली न्यूज़ डेस्क
भारत और चीन के बीच जारी तनाव कम होने की बजाय बढ़ता ही जा रहा है। एक ओर जहां भारत चीन पर डिजिटल स्ट्राइक कर रहा है वहीं दूसरी ओर चीन भी भारत को घेरने के लिए हमारे पड़ोसी देशों में अपने ठिकाने बनाने में जुटा है।
चीन के इरादे कितने खतरनाक है इस बात का अंदाजा शायद केंद्र की मोदी सरकार को हो गया है। तभी मोदी सरकार भी लगातार चीन के खिलाफ एक्शन लेकर सन्देश देने की कोशिश कर रही है कि भारत किसी भी स्थिति के लिए तैयार है।
पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। चीनी सेना ने सोमवार की रात एक बार फिर चुमार में घुसपैठ की कोशिश की। हालांकि, भारतीय जवानों ने इसे नाकाम कर दिया।
इससे पहले, चीनी सैनिकों ने ब्लैक और हेलमेट टॉप में घुसपैठ की नाकाम कोशिश की थी। हालांकि, भारतीय सेना ने चीनी घुसपैठ का करारा जवाब दिया है। सूत्रों के मुताबिक, पैंगोंग त्सो झील के दक्षिणी किनारे को भारतीय सेना ने अपने कब्जे में ले लिया है। यहां की कई चोटियों पर भारतीय जवान तैनात हैं।
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इसी बीच पेंटागन की एक रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के तीन पड़ोसी देशों समेत करीब एक दर्जन देशों में चीन मजबूत ठिकाना स्थापित करने का प्रयास कर रहा है ताकि लंबी दूरी से भी वह अपना सैन्य दबदबा बनाये रख सके।
भारत के तीन पड़ोसी देशों पाकिस्तान, श्रीलंका और म्यामां के अलावा चीन थाईलैंड, सिंगापुर, इंडोनेशिया, संयुक्त अरब अमीरात, केन्या, सेशल्स, तंजानिया, अंगोला और तजाकिस्तान में अपने ठिकाने बनाने पर विचार कर रहा है।
पेंटागन ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट ‘मिलिट्री एंड सिक्योरिटी डेवलप्मेंटस इंवॉल्विंग द पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (पीआरसी) 2020′ में यह जानकारी दी। उसने यह रिपोर्ट मंगलवार को अमेरिकी कांग्रेस को सौंपी थी। पेंटागन ने कहा कि ये संभावित चीनी ठिकाने जिबूती में चीनी सैन्य अड्डे के अलावा हैं, जिनका उद्देश्य नौसेना, वायु सेना और जमीनी बल की कार्यों को और मजबूती प्रदान करना है।
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पेंटागन ने रिपोर्ट में कहा कि वैश्विक पीएलए (पीपल्स लिबरेशन आर्मी) के सैन्य अड्डों का नेटवर्क अमेरिकी सैन्य अभियानों में हस्तक्षेप कर सकता है और पीआरसी के वैश्विक सैन्य उद्देश्यों के तहत अमेरिका के खिलाफ आक्रामक अभियानों का समर्थन कर सकता है। उसने कहा कि चीन ने पहले ही नामीबिया, वनुआटू और सोलोमन द्वीपों पर पहले से ही अपना कब्जा जमा लिया है।
पेंटागन ने कहा कि बीजिंग अपने विकास के लिए वैश्विक परिवहन और व्यापार संबंधों का विस्तार करने और अपनी परिधि तथा उसके बाहर देशों के साथ अपने आर्थिक एकीकरण को गहरा करने की राष्ट्रीय कायाकल्प की अपनी रणनीति को सफल बनाने के लिए ‘एक सीमा एक सड़क’ (ओबीओआर) का सहारा लेता है।
राजनाथ सिंह ने चीनी रक्षामंत्री के साथ मुलाकात करने से किया इनकार
बता दें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में हिस्सा लेने के लिए बुधवार को रूस रवाना हुए हैं। सूत्रों की मानें तो इस दौरान राजनाथ सिंह का चीनी समकक्ष से मुलाकात का कोई कार्यक्रम नहीं है। राजनाथ सिंह ने चीनी रक्षामंत्री के साथ मुलाकात करने से इनकार कर दिया है।
Pub-G, Ludo समेत 118 चीनी ऐप्स हुई बैन
भारत सरकार ने PubG समेत 118 ऐप्स को बैन कर दिया है। इससे पहले केंद्र सरकार 104 चीनी ऐप्स पर बैन लगा चुकी है। पूर्वी लद्दाख के गलवान में जून में हुई हिंसक घटना के बाद मोदी सरकार ने TikTok, Shareit समेत 104 ऐप्स को बैन कर दिया था।
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