जुबिली न्यूज डेस्क
नीट-जेईई परीक्षा पर घमासान छिड़ा हुआ है। पूरे देश में इसका विरोध हो रहा है पर सरकार परीक्षा कराने पर अड़ी है। विपक्षी दल भी इसको लेकर लामबंद है। इस बीच खबर आ रही है कि विपक्ष शासित छह राज्यों के मंत्री इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं और फैसले पर समीक्षा के लिए अनुरोध की है।
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चारों ओर से हो रहे विरोध के बीच नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने जेईई और नीट के आयोजन की तैयारियां तेज कर दी है। बुधवार शाम तक जेईई-नीट के करीब 23 लाख में 14 लाख अभ्यर्थियों ने इसे डाउनलोड भी कर लिया।
Six ministers of opposition ruled states move SC, seek review of its order permitting Centre to conduct NEET, JEE exams this year
— Press Trust of India (@PTI_News) August 28, 2020
एनटीए के चैयरमैन विनीत जोशी ने कहा कि यह दर्शाता है कि बच्चे बेसब्री से परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं। इससे पहले सरकार ने भी तर्क दिया था कि छात्र परीक्षा देना चाहते हैं इसलिए प्रवेश पत्र डाउनलोड कर रहे हैं।
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सीएम पटनायक ने मोदी को लिखी चिट्ठी
पश्चिम बंगाल और कांग्रेस शासित प्रदेशों के बाद अब ओडिशा सरकार भी नीट और जेईई की परीक्षा टालने के पक्ष में है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की है और पीएम मोदी से कोरोना वायरस के हालात और राज्य के कई हिस्सों में आई बाढ़ के मद्देनजर नीट और जेईई की परीक्षाएं टालने करने का अनुरोध किया।
मालूम हो कि बुधवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में गैर बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों संग इस मुद्दे पर बैठक हुई थी।
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