- राहुल ने चिट्ठी को बताया भाजपा से मिलीभगत
- कपिल सिब्बल, गुलाम नबी पहले भड़के फिर बदल गए उनके सुर
- अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी सोनिया
- नया अध्यक्ष चुनने को यथाशीघ्र एआईसीसी का सत्र बुलाने का फैसला
जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। कांग्रेस का अगला अध्यक्ष कौन होगा इसको लेकर कांग्रेस पार्टी में घमासान देखने को मिल रहा है। कांग्रेस कार्यसमिति की लम्बी बैठक सोमवार को चली लेकिन इसका नतीजा कोई खास नहीं निकला और कांग्रेस को नया अध्यक्ष भी नहीं मिला। कल जब खबर आ रही थी कि सोनिया गांधी ने अपने पद को छोडऩे का मन बना लिया लेकिन सोमवार को मामला बदल गया।
कांग्रेस कार्यसमिति की सात घंटे तक मैराथन बैठक के बाद कहा गया कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी। आलम तो यह रहा कि बैठक में कांग्रेस दो खेमों में बंटती नजर आई।
वीडियो कॉन्फ्रेस के माध्यम से कांग्रेस की यह बैठक हुई। बैठक के बीच राहुल गांधी ने नेतृत्व को लेकर 23 नेताओं द्वारा सोनिया गांधी को भेजी गई पत्र को भाजपा के साथ मिलीभगत करार दिया। इसके बाद कांग्रेस पार्टी के अंदर विवाद शुरू हो गया था। हालांकि बाद में मामले को सुलझा जरूर लिया गया।
कांग्रेस कार्यसमिति द्वारा पारित प्रस्ताव pic.twitter.com/JJXHOUSPwE
— Congress (@INCIndia) August 24, 2020
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि जो हुआ उससे वह आहत जरूर हैं लेकिन, सभी लोगों से मिलकर काम करने का आह्वान किया है। बैठक के समापन के दौरान 73 वर्षीय सोनिया गांधी ने कहा कि वह आहत हैं लेकिन उनके अंदर किसी को लेकर दुर्भावना नहीं है।
सोनिया गांधी ने कहा कि मैं आहत हुई हूं लेकिन वे ( चिट्ठी पर हस्ताक्षर करने वाले वरिष्ठ नेता) भी मेरे सहयोगी हैं. जो हुआ सो हुआ, हमें साथ मिलकर काम करना चाहिए। इससे पहले बैठक की शुरुआत में सोनिया गांधी ने कहा था कि वह कांग्रेस के शीर्ष पद पर नहीं रहना चाहती हैं।
इस बीच राहुल गांधी ने कहा मैंने पहले ही कहा था सोनिया गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष मत बनाइए लेकिन आप ही लोगों ने उनको अध्यक्ष बनाया राहुल गांधी ने कहा कि आपने चिट्ठी लीक कर किसके हाथ में दी मीडिया को जबकि आप जानते हैं कि मीडिया बीजेपी के हाथ में है।
कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य पी.एल. पुनिया ने कहा कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी की आज लंबी बैठक हुई। उन्होंने बताया कि सभी ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी में संपूर्ण आस्था व्यक्त की और सोनिया गांधी को कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष बने रहने का अनुरोध किया। जो उन्होंने स्वीकार किया अगला कांग्रेस अधिवेशन जल्द से जल्द बुलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि 6 महीने के अंदर भी हो सकता है। तब तक सोनिया गांधी जी अंतरिम अध्यक्ष के रूप में काम करती रहेंगी। उन्होंने अपनी सहमति दी है।