जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. कोरोना काल में नौकरियां खत्म हो गई हैं और बेरोजगारों की तादाद बहुत तेज़ी से बढ़ गई है. हालात बहुत दुष्कर हैं लेकिन एक अच्छी खबर यह आ रही है कि अगले एक हज़ार दिन बेरोजगारों के लिए बहुत अहम हैं. इन एक हज़ार दिनों में देश के साढ़े चार लाख गाँवों में 20 लाख नौकरियां पैदा होने वाली हैं.
आईटी व इलेक्ट्रोनिक्स मंत्रालय के आधीन काम करने वाले कामन सर्विस सेंटर के सीईओ दिनेश त्यागी के अनुसार सरकार ने डिज़िटल विलेज बनाने का खाका तैयार कर दिया है. इस खाके में गाँव में रहने वाले नौजवानों को ही नौकरी मिलेगी. गाँव में नौकरियां आने से गाँव से शहर की तरफ होने वाला पलायन रुक जाएगा. पलायन रुकने से शहरों पर दबाव कम हो जाएगा.
उन्होंने बताया कि देश के साढ़े चार लाख गाँवों में ऑप्टिकल फाइवर लाया जाएगा और सभी गाँवों में कामन सर्विस सेंटर खोला जाएगा. हर सेंटर में पांच-पांच लोगों को नौकरी मिलेगी. इस तरह से साढ़े चार लाख गाँव में रहने वाले 20 लाख नौजवान नौकरी हासिल कर लेंगे.
यह सेंटर खुल जाने से एक तरफ गाँव के पांच नौजवान अपने गाँव में ही रोज़गार पा जायेंगे तो साथ ही ग्रामीण इलाकों में रहने वालों को शिक्षा और स्वास्थ्य की सुविधाएं भी मुहैया होने लगेंगी. इनके ज़रिये किसान अपने घर बैठे ही अपनी फसल का दाम हासिल कर सकेगा. सरकार ने तय कर लिया है कि अगले एक हज़ार दिनों में साढ़े चार लाख गाँवों में हर हाल में ऑप्टिकल फाइवर बिछा दिया जाए.
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प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी की आत्मनिर्भर योजना का सपना इसी ऑप्टिकल फाइवर से पूरा होने जा रहा है. ऑप्टिकल फाइवर से इंटरनेट की स्पीड बढ़ जायेगी. डेस्कटॉप चलना आसान हो जाएगा. गाँव में रहने वाले अपने उत्पाद इसके ज़रिये घर बैठे बेच पाएंगे. वह अपने घर से ही ई-मार्केट से जुड़ जायेंगे.