जुबिली न्यूज डेस्क
सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या मामले की जांच को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने अपना अहम फैसला सुना दिया है। अदालत ने कहा है कि इस मामले की जांच मुंबई पुलिस नहीं, बल्कि सीबीआई ही करेगी।
देश की शीर्ष अदालत ने केस की जांच का अधिकार सीबीआई को देकर केंद्र सरकार के फैसले पर मुहर लगा दी है। अदालत के इस फैसले से महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस के साथ-साथ रिया चक्रवर्ती को भी झटका लगा है। क्योंकि महाराष्ट्र पुलिस इस मामले की जांच खुद करना चाहती थी, वहीं रिया इस मामले को पटना से मुंबई ट्रांसफर करवाना चाहती थीं।
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सुशांत सिंह की मौत के दो महीने होने के बाद उनके परिजनों ने सीबीआई जांच की मांग की थी। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में बिहार में दर्ज एफआईआर को सही ठहराया है, इसके अलावा, मुंबई पुलिस को जांच में सहयोग करने का आदेश दिया है।
आज सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले संबंधित यदि कोई अन्य मामला भी दर्ज है तो उसकी जांच भी सीबीआई ही करेगी।
सुशांत की मौत रहस्य बनकर रह गई है। मुंबई पुलिस और बिहार पुलिस की जांच के बाद से यह रहस्य और गहरा गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में लिखा, ‘सुशांत सिंह राजपूत एक टैलंटेड ऐक्टर थे और उनकी पूरी काबिलियत का पता चलने से पहले ही उनकी मौत हो गई। काफी लोग इस केस की जांच के परिणाम का इंतजार कर रहे हैं, इसलिए कयासों को रोकना होगा। इसलिए इस मामले में निष्पक्ष, पर्याप्त और तटस्थ जांच समय की जरूरत है।’
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जस्टिस ऋ षिकेश रॉय की एकल पीठ ने सुशांत सिंह मौत मामले पर फैसला सुनाया। न्यायमूर्ति रॉय ने 11 अगस्त को इस याचिका पर सुनवाई पूरी की थी। सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को मुंबई के उपनगर बांद्रा में अपने अपार्टमेंट में फंदे से लटके पाए गए थे।
बिहार सरकार ने इस मामले में शीर्ष अदालत से कहा था कि ‘राजनीतिक प्रभाव’ की वजह से मुंबई पुलिस ने एक्टर अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के मामले में प्राथमिकी तक दर्ज नहीं की है। दूसरी ओर, महाराष्ट्र सरकार की दलील थी कि इस मामले में बिहार सरकार को किसी प्रकार का अधिकार नहीं है। वहीं रिया चक्रवर्ती के वकील का कहना था कि मुंबई पुलिस की जांच इस मामले में काफी आगे बढ़ चुकी है और उसने 56 व्यक्तियों के बयान दर्ज किए हैं।