जुबिली न्यूज डेस्क
पुलिस पर भ्रष्टाचार, अपराधियों को बचाने जैसे आरोप अक्सर लगते हैं, लेकिन इस बार दिल्ली पुलिस पर गंभीर आरोप लगा है। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दिल्ली हिंसा के दौरान दिल्ली पुलिस ने 15 महिलाओं और 30 पुरुषों का यौन शोषण किया है।
यह दावा National Federation of Indian Women NFIW की एक रिपोर्ट में किया गया है। मंगलवार को NFIW ने अपनी यह रिपोर्ट एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जारी की है। अभी तक दिल्ली पुलिस की तरफ से इस रिपोर्ट को लेकर कुछ भी नहीं कहा गया है।
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NFIW का नेतृत्व जानी-मानी सोशल एक्टिविस्ट 66 साल की अरुणा रॉय कर रही हैं। अरुणा के अलावा स्वतंत्रता सेनानी अरुणा आसिफ अली भी इसके सदस्य हैं।
हृस्नढ्ढङ्ख ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उसकी यह रिपोर्ट 10 फरवरी को हुई घटना के साक्ष्य, हिंसा में घायल लोगों के बयान तथा घायलों का इलाज करने वाले चिकित्सकों और नर्सों के बयान पर आधारित है।
मालूम हो कि नागिरकता संशोधन कानून को लेकर फरवरी के महीने में दिल्ली में प्रदर्शन के दौरान भारी हिंसा हुई थी। इस हिंसा में कई लोगों की जान भी चली गई थी। हृस्नढ्ढङ्ख ने अपनी रिपोर्ट में इस हिंसा का जिक्र किया है और इसमें दावा किया है कि रिपोर्ट तैयार करने के दौरान कई अहम तथ्यों को इसमें शामिल किया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली हिंसा में पुलिस द्वारा 15-60 वर्ष के उम्र के करीब 70 लोग इस हिंसा में प्रताडि़त हुए। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि प्रदर्शन के दौरान महिलाओं और अन्य लोगों को टारगेट कर उन पर यौन हमला किया गया था।
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रिपोर्ट के अनुसार पुरुष पुलिसकर्मियों ने महिलाओं के साथ छेडख़ानी की थी। इस दौरान महिलाओं के कपड़े फाडऩे की कोशिश की गई, उन्हें नाजुक अंगों पर जूतों से मारा गया और उन्हें कई अन्य तरह से यौन प्रताडऩा दी गई। रिपोर्ट के मुताबिक कई महिलाओं के प्राइवेट पार्ट पर गंभीर चोटें आई हैं।
इस रिपोर्ट में पुरुष प्रदर्शनकारियों पर भी कुछ इसी तरह के हमले का जिक्र किया गया है। दावा किया गया है कि कई पुरुषों के प्राइवेट पार्ट पर भी गंभीर चोटे आई हैं।
हालांकि दिल्ली पुलिस शुरू से ही इस मामले में इस बात से इनकार करती आई है कि पुलिस की तरफ से किसी भी तरह कि हिंसा या लोगों को प्रताडि़त किया गया है। दिल्ली पुलिस ने साफ कहा है कि प्रदर्शन के दौरान पुलिस की कोशिश सिर्फ हिंसा को रोकने की थी। मंगलवार को हृस्नढ्ढङ्ख ने अपनी यह रिपोर्ट एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जारी की है। अभी तक दिल्ली पुलिस की तरफ से इस रिपोर्ट को लेकर कुछ भी नहीं कहा गया है।