जुबली न्यूज़ डेस्क
सोचिए जनता नाराज हो और इस बात को जानने के बाद पूरी सरकार इस्तीफा दे दे ऐसा भारत में हो सकता है. शायद नहीं लेकिन लेबनान में ऐसा हुआ है।
लेबनान की राजधानी बेरूत में पिछले सप्ताह हुए धमाके को लेकर मंत्रिमंडल ने इस्तीफा दे दिया है। कई मंत्रियों के इस्तीफे और कुछ मंत्रियों के पद से हटने की इच्छा जाहिर करने के बाद बने दबाब में यह फैसला किया गया। मंत्रिमंडल की बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री हमाद हसन ने सोमवार (10 अगस्त) को इस बारे में संवाददाताओं को बताया।
हमाद ने कहा, ”समूची सरकार ने इस्तीफा दे दिया है।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री हसन दियाब ने राष्ट्रपति भवन में सभी मंत्रियों का इस्तीफा सौंप दिया। नई सरकार के गठन होने तक मंत्रिमंडल कार्यवाहक भूमिका में अपना काम करेगा।
बता दें कि गत चार अगस्त को हुए विस्फोट में 160 लोगों की मौत हुई थी और लगभग छह हजार लोग घायल हुए थे। इसके अलावा देश का मुख्य बंदरगाह नष्ट हो गया था और राजधानी के बड़े हिस्से को नुकसान हुआ था। माना जाता है कि भंडार में रखे गए 2750 टन अमोनियम नाइट्रेट में आग लगने से विस्फोट हुआ।
बंदरगाह के पास भंडार घर में इसे 2013 से ही संग्रहित कर रखा गया था। विस्फोट से 10 अरब डॉलर से लेकर 15 अरब डॉलर के नुकसान की आशंका व्यक्त की गई है और धमाके के बाद करीब तीन लाख लोग बेघर हो गए हैं। वहीं धमाके के विरोध में बेरूत में प्रदर्शन हो रहा है। पिछले दो दिन में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प भी हुई है।
माना जा रहा है कि लेबनान सरकार ने लोगों के विरोध प्रदर्शन के चलते ही इस्तीफा दिया है। दरअसल लेबनान की जनता बेरूत धमाके के लिए अपनी सरकार को जिम्मेदार मानती है। वहां के नागरिकों का कहना है कि इस सरकार में भ्रष्टचार चरम पर है जिसकी वजह से ही इतनी बड़ी घटना हुई है।
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