जुबिली न्यूज़ डेस्क
जुलाई 2020 के पहले हफ्ते में उत्तर प्रदेश के कानपुर के बिकरु गांव गोलियों की तड़तडाहट से गूंज उठ था। इस जघन्य हत्याकांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे को पुलिस ने मार गिराया था। इस बीच हत्याकांड का एक और आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गया है। 8 पुलिसकर्मियों की जघन्य हत्या को अंजाम देने वाले विकास दुबे के साथी उमाकांत शुक्ला ने आत्मसमर्पण कर दिया है।
बताया जा रहा है कि शनिवार को उमाकांत शुक्ला अपनी पत्नी और बेटी के साथ खुद चौबेपुर थाने पहुंचा और पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। इस दौरान उसने गले में एक तख्ती भी लटकाई हुई थी। इस तख्ती में उसने खुद के विकास दुबे का साथी होने और कानपुर कांड के बाद आत्मग्लानि की बात लिखी। साथ ही पुलिस से रहम की गुहार लगाते हुए कहा कि मैं सरेंडर करने आया हूं।
आरोपी ने पुलिस को बताया कि मेरा नाम उमाकांत शुक्ला उर्फ गुड्डन है। कानपुर कांड में मैं विकास दुबे के साथ शामिल था। मुझे पकड़ने के लिए रोज पुलिस छापेमारी कर रही है, इस वजह से मैं काफी डरा हुआ हूं। हम लोगों द्वारा जो घटना की गई थी, उसका हमें बहुत आत्मग्लानि है। मैं खुद पुलिस के सामने हाजिर हो रहा हूं। मेरी जान की रक्षा की जाए, मुझ पर रहम किया जाए।
इस दौरान उमाकांत शुक्ला के साथ उसकी बेटी भी मौजूद थी और उसने भी पुलिस से हाथ जोड़कर गुजारिश की कि उसके पापा सरेंडर करने आए हैं, पुलिस उन पर रहम करे।
देखें वीडियो
विकास दुबे मामले में फरार चल रहे एक आरोपी ने चौबेपुर थाने में कुछ इस अंदाज में सरेंडर किया
साष्टांग दंडवत और गले में तख्ती के साथ pic.twitter.com/Ij9ZgahgEn
— kumar abhishek. (@abhishek6164) August 8, 2020
गौरतलब है कि दो जुलाई की रात कानपुर के बिकरु गांव में कुख्यात अपराधी विकास दुबे को पकड़ने के लिए पुलिस टीम की दबिश के दौरान उनपर ताबड़तोड़ फायरिंग से हमला हुआ। इसमें सीओ सहित 8 पुलिसकर्मियों की मौके पर मौत हो गई थी। इस घटना ने उत्तर प्रदेश सरकार को हिलाकर रख दिया।
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इसके कुछ दिन बाद विकास दुबे ने मध्यप्रदेश के उज्जैन में सरेंडर कर दिया। इसके बाद कानपुर लाते समय विकास दुबे का एनकाउंटर हो गया। वहीं विकास दुबे के कई अन्य साथी भी एनकाउंटर में मारे गए, कुछ गिरफ्तार होकर जेल में हैं।