- अब सरकारी खातों पर रखेंगे नजर मुर्मू
जुबिली न्यूज डेस्क
जम्मू-कश्मीर के पूर्व उप-राज्यपाल जीसी मुर्मू अब सरकारी खातों पर नजर रखेंगे। उन्हें भारत का नया नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक यानी सीएजी नियुक्त किया गया है।
मुर्मू ने एक दिन पहले ही उप राज्यपाल पद से इस्तीफा दिया था। अब उनकी जगह पर पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा को जम्मू-कश्मीर का उप-राज्यपाल बनाया गया है।
60 वर्षीय पूर्व आईएएस अधिकारी गिरीश चंद्र मुर्मू, राजीव महर्षि की जगह लेंगे। महर्षि का कार्यकाल 7 अगस्त को पूरा हो रहा है।
सीएजी का कार्यकाल छह वर्ष का होता है या फिर नियुक्त अधिकारी के 65 वर्ष की आयु तक। इनमें से जो भी पहले हो उसका पालन होता है।
सीएजी की जिम्मेदारी केंद्र और राज्य सरकारों के खातों की ऑडिटिंग या जांच करना होता है। पहले कई बार देखा गया है कि कई बार सीएजी की रिपोर्टों ने देश में राजनीतिक रंग लिया।
मनमोहन सरकार के समय सीएजी विनोद राय की रिपोर्ट ने खूब चर्चा बटोरी थी। उनकी ही रिपोर्ट पर विपक्षी दलों ने मनमोहन सरकार को घेरा था। विनोद राय की रिपोर्ट में 2जी मामले और सरकारी खजाने को 1 लाख 76 करोड़ रूपये का घाटा होने की बात ने काफी तूल पकड़ी थी।
यह भी पढ़ें : सोनिया गांधी से कांग्रेस सांसद ने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की शिकायत क्यों की?
यह भी पढ़ें : बीजेपी सांसद के विवादित बोल, कहा-सत्ता में हिंदुओं का अधिकार…
60 वर्षीय पूर्व आईएएस अधिकारी गिरीश चंद्र मुर्मू को पिछले वर्ष 29 अक्टूबर को राज्यपाल सत्यपाल मलिक को गोवा भेजे जाने के बाद जम्मू-कश्मीर का उप-राज्यपाल बनाया गया था। गुजरात काडर के मुर्मू नरेंद्र मोदी के मुख्यमंत्री रहने के दौरान राज्य के मुख्य सचिव रह चुके हैं।
मुर्मू ने 5 अगस्त को अचानक उपराज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने इस्तीफ़ा ऐसे दिन दिया जब जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने का ठीक एक साल पूरा हो रहा था।
यह भी पढ़ें : कोरोना पॉजिटिव पति ने किया पत्नी का अंतिम संस्कार
यह भी पढ़ें : भारतीय सीमा पर हैलीपैड बना रहा है नेपाल, SSB एलर्ट
यह भी पढ़ें : पच्चीस बार मौत उसे छूकर निकल गई मगर छब्बीसवीं बार…