जुबिली न्यूज डेस्क
कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए दुनिया के ज्यादातर देशों ने तालाबंदी की। इससे संक्रमण तो रूका नहीं अलबत्ता अर्थव्यवस्था को जरूर भारी चपत लग गई। तालाबंदी की वजह से लोगों की नौकरियां गई तो छोटे और मझोले व्यवसाय बंद होने के कगार पर आ गए। फिलहाल इस कोरोना महामारी के बीच में एक बार फिर दुनिया के ज्यादातर देश अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए काम पर लग गए हैं।
इसी कड़ी में ब्रिटेन में हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को संभालने के लिए ब्रितानी सरकार ने एक योजना बनाई है। दरअसल ब्रिटेन में अगस्त के महीने के दौरान रेस्त्रां में खाने वाले लोगों को बिल में 50 प्रतिशत की छूट मिलेगी।
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ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सुनक के अनुसार अगस्त में असीमित बार इस डिस्काउंट का लाभ उठाया जा सकता है और देश भर में इस योजना का हिस्सा बनने वाले रेस्त्रां, केफे और पब में इस छूट का फायदा मिलेगा।
कोरोना महामारी के बीच देश की अर्थव्यवस्था को फिर से शुरू करने के उपाय के तौर पर वित्त मंत्री ऋषि सुनक ने ‘इट आउट टू हेल्प आउट’ डिस्काउंट की घोषणा की।
इस डील का मतलब ये हुआ कि अगर लोग सोमवार से बुधवार तक बाहर खाते हैं तो प्रति व्यक्ति उनके 10 बचेंगे। हालांकि ये डिस्काउंट शराब पर लागू नहीं होगा, लेकिन खाने और सॉफ्ट ड्रिंक्स पर ये पैसे बचाए जा सकेंगे।
वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि हॉस्पिटैलिटी और पर्यटन पर वैट घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया जाएगा। पहले ये 20 प्रतिशत था। घटा हुआ वैट अगले छह महीने तक लागू रहेगा।
ब्रिटेन में पब और रेस्त्रां तीन महीने के बाद 11 जुलाई से खुलने जा रहे हैं। वित्त मंत्री ने लोगों को भरोसा दिलाया कि बाहर खाना सुरक्षित होगा।
उन्होंने कहा, मैं जानता हूं कि लोग बाहर जाने को लेकर सावधानी बरत रहे हैं, लेकिन हमने प्रतिबंध हटाए ही नहीं होते, अगर हमें लगता कि हम ये सुरक्षित तरीके से नहीं कर पाएंगे। सुनक ने कहा कि इस योजना का मकसद लोगों को वापस रेस्त्रां, केफे और पब की ओर लाना और 1.8 मीलियन लोगों को काम पर वापस लौटाना है।
हालांकि ब्रितानी सरकार की इस योजना की आलोचना भी हो रही है। कहा जा रहा है कि ब्रितानी लोग कोरोना वायरस से मर रहे हैं और आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहे हैं, जबकि इस बीच बाहर खाने पर सब्सिडी दी जा रही है।
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