जुबिली स्पेशल डेस्क
विश्व में कोरोना लगातार कहर बरपा रहा है। भारत में भी कोरोना लगातार खतरनाक होता जा रहा है। आलम तो यह है कि भारत कोविड-19 के सबसे अधिक केस के मामले में तीसरे नम्बर पर पहुंच गया है।
इसके साथ ही रविवार को शाम तक भारत में 13 हजार केस आए है। ऐसे में भारत में कुल 6.87 लाख कोरोना की चपेट में है। इस तरह से भारत सबसे अधिक केस में रूस को पीछे छोड़कर तीसरे नंबर पर आ गया है।
रूस में 6.81 लाख केस हैं। रूस में सोमवार को करीब 6700 केस आए। उधर कोरोना की दवा और वैक्सीन अभी तक सामने नहीं आई। दुनिया के कई देश इसे बनाने का दावा जरूर कर रहे हैं लेकिन इसको लेकर कोई ठोस जानकारी नहीं है। दूसरी ओर भारत में भी वैक्सीन को बनाने पर काम चल रहा है और उम्मीद है कि बहुत जल्द इसकी वैक्सीन सामने आ सकती है।
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भारत बायोटेक के कोरोना वैक्सीन को 15 अगस्त तक लॉन्च किए जाने के दावे को अब झटका लगा है। दरअसल विज्ञान मंत्रालय ने रविवार को साफ करते हुए कहा है कि वैक्सीन 2021 से पहले उपलब्ध होने की संभावना नहीं है। इससे पहले कहा जा रहा था वैक्सीन 15 अगस्त तक आ सकती है लेकिन मंत्रालय का बयान कुछ और ही है।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने रविवार को कहा कि दुनिया में तैयार हो रहे 140 वैक्सीन में से 11 ह्यूमन ट्रायल फेज में पहुंच चुके हैं, लेकिन यह संभावना नहीं है कि इनमें से कोई भी अगले साल से पहले बड़े पैमाने पर उपयोग के लिए तैयार हो जाएगा। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और मिनिस्ट्री ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के बीच तालमेल कमी दिख रही है। हालांकि मंत्रालय ने अपने जारी किए गए प्रेस रिलीज से वो बयान हटा लिया है, जिससे दोनों के बीच असहमति दिख रही थी।
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मिनिस्ट्री ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने अपने जारी प्रेस रिलीज में कहा कि COVAXIN और ZyCov-D के साथ-साथ दुनिया भर में 140 वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों में से 11 ह्यूमन ट्रायल के दौर में हैं..
लेकिन इनमें से किसी भी वैक्सीन के 2021 से पहले बड़े पैमाने पर उपयोग के लिए तैयार होने की संभावना नहीं है. हालांकि प्रेस रिलीज से ‘इनमें से कोई भी वैक्सीन 2021 से पहले बड़े पैमाने पर उपयोग के लिए तैयार होने की संभावना नहीं है’ बात हटा ली गई है…
बता दें कि पूरी दुनिया में कोरोना वायरस तबाही मचा रहा है। चीन से निकले कोरोना वायरस ने पहले यूरोप को देशों को अपना शिकार बनाया। उसके बाद यह वायरस ईरान जा पहुंचा लेकिन वहां पर स्थिति अब काबू में है। हालांकि अमेरिका जैसे सुपर पॉवर देश को भी कोरोना के कहर से जूझना पड़ रहा है। आलम तो यह है कि अमेरिका भी कोरोना के आगे बेबस नजर आ रहा है और उसकी आर्थिक स्थिति भी खराब हो गई। दूसरी ओर कोरोना का कहर भारत में भी खूब देखने को मिल रहा है।