जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। देश में लॉकडाउन में ढील के बाद आर्थिक गतिविधियों के जोर पकड़ने से जीएसटी संग्रह में भी तेजी आई है। जून में जीएसटी संग्रह 90,917 करोड़ रहा। हालांकि यह पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 91% है लेकिन इस साल अप्रैल और मई के मुकाबले इसमें काफी बढ़ोतरी हुई है।
अप्रैल में जीएसटी कलेक्शन 32,294 करोड़ और मई में 62,009 करोड़ रहा था। साल की पहली तिमाही में जीएसटी कलेक्शन पिछले साल की तुलना में 59% रहा है। कोरोना काल में पहली बार जीएसटी का डेटा आया है। इससे पहले जारी नहीं हो रहा था।
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सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक जून में जीएसटी संग्रह 90,917 करोड़ रहा। इसमें केंद्रीय जीएसटी 18,980 करोड़, राज्य जीएसटी 23,970 करोड़ और एकीकृत जीएसटी 40,302 करोड़ रहा। उपकर के रूप में सरकार को जून में 7,665 करोड़ मिले।
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केंद्र सरकार ने रेगुलर सेटलमेंट के रूप में 13,325 करोड़ सीजीएसटी और 11,117 करोड़ एसजीएसटी के रूप में सेटल किए हैं। इस तरह इस सेटलमेंट के बाद केंद्र को राजस्व के रूप में जून में 32,305 करोड़ और राज्यों को 35,087 करोड़ मिले।
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जून का जीएसटी कलेक्शन पिछले साल इस महीने की तुलना में 91% है। हालांकि सरकार ने जीएसटी रिटर्न फाइल करने में छूट दी थी इसलिए फरवरी, मार्च और अप्रैल के कुछ रिटर्न जून में दाखिल किए गए। इस तरह मई के कुछ रिटर्न जुलाई के पहले कुछ दिनों में दाखिल किए जाएंगे।
कोरोना महामारी के कारण इस वित्त वर्ष में सरकार का राजस्व बुरी तरह प्रभावित हुआ है। अप्रैल में जीएसटी कलेक्शन 32294 करोड़ रहा था, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में केवल 28% था। इस साल मई में यह 62,009 करोड़ रहा, जो पिछले साल मई में आए कलेक्शन का 62% था। हालांकि बड़ी संख्या में करदाताओं ने अपने मई के रिटर्न दाखिल नहीं किए हैं।
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