जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ. अश्वेत व्यापारी जार्ज फ्लायड की पुलिस हिरासत में हुई मौत के बाद अमेरिका में छिड़ी श्वेत बनाम अश्वेत की लड़ाई के दौरान हुई हिंसा के बाद अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हिंसा फैलाने वालों को क़ानून के शिकंजे में लाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की राह पर चलने का फैसला किया है.
ट्रम्प ने हिंसा फैलाने वालों की तस्वीरें ट्वीट की हैं और नागरिकों से उन तस्वीरों की पहचान में पुलिस की मदद का अनुरोध किया है. ट्रम्प ने कहा है कि इन तस्वीरों को शहर के सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा किये जाने को कहा है ताकि हिंसा फैलाने वालों को आसानी से पकड़ा जा सके.
ट्रम्प ने उपद्रवियों को पकड़ने के लिए जो तरीका अपनाया है दरअसल वह तरीका उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का है. योगी आदित्यनाथ ने नागरिकता संशोधन क़ानून के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के दोषियों को पकड़ने के लिए हिंसा के दौरान सीसीटीवी से मिली फुटेज से तस्वीरें निकलवाकर शहर के प्रमुख चौराहों पर लगवाई थीं. इसके अलावा हिंसा में जिन लोगों के नाम आये थे उनकी तस्वीरें भी चौराहों पर होर्डिंग पर लगवाई गई थीं. इन्हीं लोगों से हिंसा में हुए नुक्सान की भरपाई के लिए सीएम ने आदेश दिया था.
आरोपितों की तस्वीरें होर्डिंग पर लगाए जाने पर हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार को फटकार लगाई तो सरकार ने अध्यादेश लाकर इसे क़ानून का रूप दे दिया. कोरोना काल में भी आरोपितों की गिरफ्तारी की कोशिशें चल रही हैं.
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ठीक इसी तरह अमेरिका में जार्ज फ्लायड की मौत के बाद हिंसक भीड़ ने अमेरिका के 40 शहरों में खूब उपद्रव किया था. इस उपद्रव में करोड़ों रूपये की संपत्ति का नुक्सान हुआ था. उपद्रवी इतने ज्यादा आक्रोशित थे की राष्ट्रपति ट्रम्प को बंकर में जाना पड़ा था. हिंसा थमने के बाद ट्रम्प ने योगी आदित्यनाथ की बनाई राह पर चलने का फैसला किया.