जुबिली न्यूज डेस्क
कोरोना महामारी की शुरुआत से लेकर अब मास्क को लेकर तमाम रिपोर्ट आ चुकी है। कभी मास्क बहुत जरूरी बताया जाता है तो कभी गैरजरूरी। हाालांकि ताजा रिसर्च में सामने आया है कि सरकारें मास्क पहनने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करें। जितने ज्यादा लोग मास्क पहनेंगे संक्रमण का खतरा उतना ही कम होगा। पर इस सबमें मास्क पहनने की वजह से लोगों की कई तरह की परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है।
फिलहाल कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में मास्क सबसे अहम हथियार बन चुका है। कई शोधों ने इस पर मुहर लगाई है। मगर अब एक नए सर्वे में ये सामने आया है कि मास्क पहनने की वजह से लोग कोरोनावायरस के संक्रमण से तो बच पा रहे हैं मगर उनके शरीर में पहले जैसी सांस नहीं जा पा रही है। बिना मास्क पहने लोग पहले जिस तरह से सांस ले रहे थे अब ये मास्क उसमें बाधा डाल रहा है। इस वजह से कई लोगों को अब सांस से संबंधित समस्या भी होने लगी है।
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अमेरिकी अखबार न्यूयॉक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक वहां ये देखा जा रहा है कि लोग मास्क सिर्फ दिखावे के लिए पहन रहे हैं। पार्क जाने वाले लोग या साइकिल चलाने वाले लोग अपने गले में मास्क लटकाकर रखते हैं और जब कोई उनके पास से गुजर रहा होता है तभी वो मास्क को ऊपर चेहरे और नाक पर लगा लेते हैं।
ये लोग परमानेंट मास्क लगाने से बच रहे हैं। उनका कहना है कि यदि वो हमेशा मास्क लगाए रहते हैं तो उनको समस्या हो जाती है। वो पहले जैसे प्रॉपर तरीके से सांस नहीं ले पाते हैं।
डॉक्टरों के अनुसार हमारे शरीर के तमाम अंगों और मांसपेशियों विशेष तौर पर हमारे दिमाग को भी ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। यदि हम मास्क लगाए रहते हैं तो उस तरह से ऑक्सीजन नहीं ले पाते हैं। इसीलिए शरीर के तमाम अंगों को समस्या हो जाती है। जब हम मास्क नहीं लगाते हैं तो हमारे सांस लेने की गति अलग होती है। जब हम मास्क लगाए रखते हैं तो सांस लेने पर इसका असर दिखता है।
ऑक्सीमीटर भी खरीद रहे हैं लोग
कोरोना महामारी के बीच मास्क के साथ-साथ लोग ऑक्सीमीटर भी खरीद रहे हैं। ऑक्सीमीटर वो लोग खरीद रहे हैं जिन्हें मास्क लगाने के बाद सांस लेने में समस्या हो रही है। इस ऑक्सीमीटर के जरिए वो लोग अपने रक्त के ऑक्सीजन स्तर की दैनिक जांच कर रहे हैं जिससे यदि उसमें कोई कमी हो रही हो तो उसे ठीक किया जा सके।
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कम सुनने वाले भी हो रहे हैं परेशान
न्यूयार्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार गर्मी में जो लोग लगातार मास्क पहनकर काम कर रहे हैं या जिनके साथ सांस की समस्या है उनके लिए ये काफी नुकसानदायक है। इसके अलावा कम सुनने वालों को भी मास्क की वजह से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
दरअसल जो लोग थोड़ा कम सुनने वाले हैं, वे बोलने वालों के होठ को देखकर बात समझ जाते थे, इन दिनों वह मास्क की वजह से सामने वाले के होंठ भी नहीं पढ़ पाते हैं जिसके कारण बात को समझने में उन्हें काफी मुश्किल हो रहा है।
एक कड़वा सच ये हैं कि मास्क से हमें तब तक छुटकारा नहीं मिलेगा जब तक कोरोना का स्थायी इलाज नहीं ढूढ लिया जाता है। दुनिया भर के वैज्ञानिक कोरोना का टीका इजाद करने में लगे हुए हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले साल तक लोगों के लिए टीका उपलब्ध हो जायेगा। फिलहाल तब तक के लिए कोरोना से बचने के लिए जरूरी है कि सभी लोग मास्क लगाए।
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