जुबिली न्यूज़ डेस्क
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके बाद भी राजधानी लखनऊ में नोएडा जैसी बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां सीएम हेल्पलाइन 1076 में कोरोना बम फूट गया है। यहां कार्यरत कंपनी में 88 कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गये हैं। कंपनी का नाम स्योरविन बीपीओ है।
बताया जा रहा है कि इस कंपनी को सीएम कार्यालय की ओर से नोटिस जारी कर दिया गया है। कंपनी ने लॉकडाउन के दौरान गाइड लाइन का पालन नहीं किया। लेकिन सवाल ये उठता है कि नोएडा जैसा प्रकरण सामने आने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ इस बीपीओ कंपनी पर कारवाई कब करेंगे।
सीएम कार्यालय की और से जारी किये गये नोटिस में कंपनी से तीन बातें पूछी गई हैं। इसमें पहली बात ये है कि क्या दफ्तर में सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन और मास्क का प्रयोग किया गया। अगर ऐसा नहीं हुआ तो यह लापरवाही क्यों की गई?
दूसरी बात, एक ही समय में बड़ी संख्या में कर्मचारियों को दफ्तर में क्यों बुलाया गया? और अंत में ये पूछा गया कि कंपनी ने कोविड-19 गाइडलाइन का पालन क्यों नहीं किया?
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गौरतलब है कि प्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना मामलों के बीच एक राहत की खबर भी आई है। यूपी में कोरोना मरीजों की रिकवरी रेट में लगातार इजाफा हो रहा है। इसका मतलब है कि यहां ज्यादातर मरीज ठीक हो रहे हैं। सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, यूपी में अब रिकवरी रेट 61 फीसदी पहुंच गया है।
वहीं, अपर मुख्य सचिव गृह, अवनीश कुमार अवस्थी और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि अभी यूपी में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या 5064 है। अब तक 8610 कोरोना मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। इस तरह से राज्य का रिकवरी रेट 61.10 % है।