जुबिली न्यूज़ डेस्क
राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है। पिछले 24 घंटे में यहां दो हजार से ज्यादा मामलें सामने आये हैं। इससे मरीजों की संख्या बढ़कर 38,958 पहुंच गया है जबकि 57 लोगों की मौत हो गयी हैं इससे ये आंकड़ा बढ़कर 1271 पहुंच गया है।
कोरोना वायरस के बढ़ रहे मामलों के बीच गृहमंत्री अमित शाह ने आज बैठक बुलाई है।कोरोना के हालात को लेकर गृहमंत्री अमित शाह अब फ्रंटफुट पर नजर आ रहे हैं। सुबह 11 बजे होने वाली बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री, एम्स के निदेशक, दिल्ली के उपराज्यपाल सहित गृह मंत्रालय के अधिकारी मौजूद होंगे।
बताया जा रहा है कि गृहमंत्री की यह बैठक कई मायने में खास होगी। इसके पीछे राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस को लेकर बिगड़ रहे हालात में केंद्र, राज्य सरकार सहित दिल्ली का एमसीडी प्रशासन के बीच उचित तालमेल न होने की वजह सामने आ रही है। कोरोना काल के बीच भी दिल्ली सरकार और एमसीडी प्रशासन के बीच आरोप-प्रत्यारोप होते रहे है।
ये भी पढ़े : पूर्वांचल का बैक बोन बनेगा एक्सप्रेस-वे
ये भी पढ़े : इमरजेंसी प्लॉन तैयार करवा रहे हैं PM मोदी
ये भी पढ़े : भारत के इन गाँवों में पहुंचेगा सैटेलाईट फोन
इस बैठक के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने एक और बैठक बुलाई है जोकि शाम पांच बजे होगी। इस बैठक में अमित शाह दिल्ली के नगर निगम के सभी मेयर के साथ मिलकर चर्चा करेंगे। इस बैठक में सीएम अरविन्द केजरीवाल और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन भी शामिल होंगे।
गौरतलब है कि दिल्ली में कोरोना वायरस को लेकर हालात चिंताजनक बने हुए हैं। इस मामले में बीते गुरुवार को कोर्ट ने सुनवाई की थी और कहा था कि केंद्र और दिल्ली सरकार को निर्देश दिया है कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना मरीजों के लिए वेंटिलेटर और अस्पतालों में बेड बढ़ाए जाएं।
यही नहीं सुप्रीम कोर्ट ने भी बीते शुक्रवार को दिल्ली सरकार को कड़ी फटकार लगाई थी। साथ ही कोरोना वायरस के बढ़ते संकट, अस्पतालों की स्थिति, शवों के साथ बर्ताव को लेकर अदालत ने दिल्ली सरकार से जवाब मांगा है। कोर्ट का कहना था कि दिल्ली में जिस तरह से शवों का रखरखाव हो रहा है, वो काफी दुखी करने वाला है।