जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। एक करोड़ सैलरी लेकर यूपी सरकार को ठगने की आरोपी महिला टीचर अनामिका कौन है और कहा की रहने वाली है इसको लेकर अब धीरे-धीरे सबकुछ साफ हो गया है। यूपी के कासगंज में अनामिका शुक्ला उर्फ सुप्रिया जाटव मामले में जांच भी तेज हो गई है। इसके बाद से हर दिन कुछ नई बात निकलकर सामने आ रही है।अब इस केस में शुरू हुई जांच में एक नया खुलासा हुआ है। जानकारी के मुताबिक औरैया और एटा में तैनात टीचरों ने एक ही पैन नंबर पर फर्जीवाड़ा करते हुए दो टीचर सैलरी लेने की बात सामने आ रही है। इस नये खुलासे एक बार फिर कई सवाल उठ रहे हैं।
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जानकारी के मुताबिक विभाग दोनों को सैलरी भी दे रहा था। बेसिक शिक्षा विभाग इन दस्तावेजों की जांच-पड़ताल कर रहा है। इसके बाद पता चला है कि औरैया के तेजलपुर प्राथमिक विद्यालय में तैनात मीना देवी नाम की शिक्षिका और एटा में इसी नाम से तैनात शिक्षिका का पैन कार्ड एक ही पाये गए है।
बेसिक शिक्षा विभाग अब इस बात को पता लगाने में लगा है कि आखिर कहां चूक हुई है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एसपी सिंह ने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा कि औरैया के तेजलपुर में तैनात शिक्षिका मीना देवी की नियुक्ति 2007 में हुई थी जबकि एटा में तैनात मीना देवी की नियुक्ति 2012 में हुई थी।
दोनों का पैन कार्ड एक ही दिख रहा है। जानकारी के मुताबिक तेजलपुर की मीना देवी दस्तावेज को मांगा गया है और एटा बीएसए को पत्र लिखकर वहां तैनात मीना देवी के दस्तावेज मिलान के लिए कहा गया है। ताकि आगे पता चल सके आखिर क्या है पूरा सच। जिला बेसिक शिक्षा यह भी पता लगाना चाहता है कि दस्तावेज तो समान नहीं है। कुल मिलाकर अब जांच के बाद सबकुछ साफ हो सकता है।
बता दें कि अनामिका की पोस्टिंग उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, अंबेडकरनगर, अलीगढ़, सहारनपुर, बागपत जैसे जिलों के कतूरबा गांधी बालिका विद्यालय पाई गई है। इन स्कूलों में टीचर्स की नियुक्ति कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर होती है और हर महीने 30 हजार रुपये की सैलरी मिलती है। जिले के हर ब्लॉक में एक कस्तूरबा गांधी विद्यालय है। समाज के कमजोर तबके से आने वाली लड़कियों के लिए इन स्कूलों में आवासीय सुविधा भी होती है।
इससे पूर्व एक न्यूज चैनल पर अनामिका शुक्ला ने इस पूरे मामले पर पर्दा उठाया था। गोंडा के भुलईडीह की रहने वाली अनामिका शुक्ला ने पूरी सच्चाई मीडिया के सामने बतायी थी। उन्होंने बताया कि वो गोंंडा की रहने वाली है। इतना ही नहीं उसने किसी भी जगह नौकरी नहीं की है और वो आज की तारीख पूरी तरह से बेरोजगार है। उसने साथ ही यह भी बताया कि उसके शैक्षिक अभिलेखों का दुरुपयोग किया गया है, इसको लेकर नगर कोतवाली में ऑनलाइन एफआईआर दर्ज कराई गई थी।