जुबिली स्पेशल डेस्क
कोरोना वायरस आखिर कहा से आया। इसको लेकर हर कोई जानना चाहता है। दरअसल कोरोना को लेकर चीन सवालों के घेरे में रहा है। कहा जा रहा है कि कोरोना चीन की देन है। कोरोना ने सबसे पहले चीन में तबाही मचायी और उसके बाद यूरोप के देशों में होता हुआ अब भारत में खतरनाक हो चुका है। देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 2,50,000 के पार जा पहुंचा है जबकि अब तक करीब 7 हजार लोगों की जान भी जा चुकी है।
कोरोना वायरस को लेकर अमेरिका ने चीन पर हमला बोला है। माना जा रहा है कि चीन ने इस वायरस को दुनिया से छुपाया था और इसकी खबर देने में काफी देरी की है। इस वजह से पूरी दुनिया के चीन के खिलाफ नजर आ रही है।
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हालांकि चीन से सभी आरोपा से अपना पल्ला झाड़ा है। अब चीन ने रविवार को एक श्वेत पत्र जारी कर अपने आपको निर्दोष बता डाला है। चीन की माने तो 27 दिसंबर, 2019 को वुहान में कोविड-19 संक्रमण का पहला मामला सामने आया था, लेकिन 19 जनवरी 2020 तक उसे नहीं पता था कि यह वायरस एक इंसान से दूसरे इंसान तक फैल सकता है।
इसके बाद उसने इस वायरस की रोकथाम के लिए त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी थी। चीनी सरकार ने कोरोना को लेकर इस श्वेत पत्र में अपने ऊपर लगाये गए सभी आरोपों को खारिज किया और खुद को निर्दाेष बताया है।
बता दें कि अमेरिका लगातार चीन को कोरोना वायरस के लिए जिम्मेदार बता रहा है। अमेरिका में कोरोना वायरस ने ज्यादा तबाही मचायी है। इस वजह से वहां के आर्थिक हालात खराब हो गए है।
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चीन ने अपने श्वेत पत्र में बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) द्वारा गठित एक उच्चस्तरीय विशेषज्ञ टीम ने 19 जनवरी को पहली बार पुष्टि की कि कोविड-19 इंसान से इंसान में फैल सकता है। चीन ने कहा कि 19 जनवरी से पहले इस बारे में पर्याप्त सबूत नहीं थे कि यह वायरस इतनी तबाही मचा सकता है।
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बता दें कि कोरोना वायरस अब पहले से ज्यादा खतरनाक हो गया है। पूरी दुनिया में 69,23,836 लोग कोरोना की चपेट में है जबकि 4,00,243 लोग कोरोना की वजह से दम तोड़ चुके हैं।