- केरल में गर्भवती हथिनी की हत्या मामले की जांच में तीन टीमें नियुक्त
- गर्भवती हथिनी की मौत से पूरे देश में आक्रोश
न्यूज डेस्क
27 मई को मलप्पुरम में वेल्लियार नदी में एक गर्भवती हथिनी की हुई मौत के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
केरल के वन मंत्री के राजू ने पलक्कड़ ने यह जानकारी दी। उन्होंने हथिनी की हत्या मामले की जांच के लिए तीन टीमों को नियुक्त किया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि ऐसी घटना कभी दोबारा ना हो। पुलिस भी मामले की जांच कर रही है। इससे पहले गर्भवती हथिनी के मौत के मामले में तीन संदिग्धों से गुरुवार को पूछताछ की गई।
ये भी पढ़े: हथिनी की मौत : सवालों में मेनका गांधी के आरोप
ये भी पढ़े: मानवता पर गंभीर सवाल खड़ी कर रही है गर्भवती हथिनी की मौत
ये भी पढ़े: बहुत पुराना है अमेरिका में रंगभेद का इतिहास
क्या है मामला
गर्भवती हथिनी की मौत की खबर ने पूरे देश को झकझोर दिया। जब से यह मामला प्रकाश में आया है तब से पूरे देश में इसको लेकर आक्रोश है।
केरल के साइलेंट वैली नेशनल पार्क की एक गर्भवती हथिनी की विस्फोटक भरा अनानास खाने से मौत हो गई। ये हथिनी पानी में खड़े तीन दिन मौत का इंतजार करती रही। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक हथिनी की उम्र 14-15 साल रही होगी।
मालापुरम जिले के वन अधिकारी मोहन कृष्णन की सोशल मीडिया पोस्ट के बाद यह मामला सामने आया है। पोस्ट के अनुसार जंगली हथिनी खाने की तलाश में जंगल से बाहर निकलकर एक गांव में पहुंची। गांव में घूमते समय उसे कुछ स्थानीय लोगों ने पटाखों से भरा अनानास दिया। गर्भवती हथिनी ने अनानास जैसे ही मुंह में डाला, वैसे ही वह फट पड़ा। हथिनी का मुंह और जीभ बुरी तरह झुलस गए। उसे सदमा भी लगा।
घायल होने के बाद वो इतनी पीड़ा में थी कि तीन दिन तक वेलियार नदी में खड़ी रही और उस तक चिकित्सीय मदद पहुंचाने के सभी प्रयास नाकाम रहे। इस दौरान उसका मुंह और सूंढ़ पानी के भीतर ही रहे। 27 मई को उसने नदी में दम तोड़ दिया।
ये भी पढ़े : जैसा आस्ट्रेलिया में हुआ क्या भारत में ऐसा संभव है ?
ये भी पढ़े : यूपी : टीचर ने 13 महीने में कैसे कमाए एक करोड़ रुपये
इसके बाद आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि हथिनी गर्भवती थी। मामला सामने आते ही लोगों में गुस्सा फैल गया। केरल ही नहीं देश के हर कोने से दोषियों को सख्त सजा की आवाज उठी। केरल सरकार ने जांच के लिए वन विभाग की विशेष जांच टीम गठित की है।
इस मामले के सामने आने के बाद केरल के वन विभाग ने ट्वीट कर कहा कि हथिनी की मौत के मामले में वन्यजीव संरक्षण कानून की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। कई संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है।
हर हाल में दोषियों को सजा होगी : सीएम
देश भर में इस घटना की हो रही निंदा और लोगों के गुस्से के बीच केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने बीते बुधवार को कहा था कि कोझिकोड से वन्यजीव अपराध जांच दल को इस मामले की पड़ताल की जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि दोषियों को हर हाल में सजा होगी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह डूबना बताया गया
हथिनी की पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट के अनुसार उसकी मौत की वजह डूबना बताया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक नदी में डूबने और ज्यादा पानी शरीर में जाने के कारण हथिनी के फेफड़े ने काम करना बंद कर दिया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ये भी पुष्टि हुई है कि मुंह में धमाके के कारण उसका जबड़ा क्षतिग्रस्त हो गया था। असहनीय दर्द के कारण वह कुछ भी खाने-पीने में असमर्थ थी। अत्यधिक कमजोरी के बाद हथिनी नदी में चली गई और वहां डूबने से उसकी मौत हो गई।