न्यूज़ डेस्क
देश की सबसे बड़ी साइकिल बनाने वाली कंपनी एटलस की फैक्ट्री बंद होने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार को निशाने पर लिया है। प्रियंका ने एक कहा कि फैक्ट्री बंद होने से एक हजार लोग एक झटके में बेरोजगार हो गए। उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने प्रचार में तो खूब बताया कि इतने रोजगार और इतने MoU लेकिन असल में नौकरियां खत्म हो रही हैं।
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कल विश्व सायकिल दिवस के मौके पर सायकिल कम्पनी एटलस की गाजियाबाद फैक्ट्री बंद हो गई। 1000 से ज्यादा लोग एक झटके में बेरोजगार हो गए।
सरकार के प्रचार में तो सुन लिया कि इतने का पैकेज, इतने MoU, इतने रोजगार। लेकिन असल में तो रोजगार खत्म हो रहे हैं, फैक्ट्रियां बंद हो रही हैं।..1/2 pic.twitter.com/Zuzp3Y2jUE
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 4, 2020
प्रियंका ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘विश्व साइकल दिवस के मौके पर साइकल कंपनी एटलस की गाजियाबाद फैक्ट्री बंद हो गई। 1000 से ज्यादा लोग एक झटके में बेरोजगार हो गए। सरकार के प्रचार में तो सुन लिया कि इतने का पैकेज, इतने MoU, इतने रोजगार। लेकिन असल में तो रोजगार खत्म हो रहे हैं, फैक्ट्रियां बंद हो रही हैं। उन्होंने दूसरे ट्वीट में लिखा कि लोगों की नौकरियां बचाने के लिए सरकार को अपनी नीतियां और योजना स्पष्ट करनी पड़ेगी।’
बता दें कि बुधवार को साइकल दिवस के मौके पर साइकल बनाने वाली बड़ी कंपनी एटलस ने साहिबाबाद में साइट-4 स्थित अपनी फैक्ट्री अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दी। फैक्ट्री के बंद होने के बारे में मजदूरों को पता भी नहीं था। रोज की तरह जब कर्मचारी बुधवार सुबह काम पर आए तो फैक्ट्री के गेट पर मैनेजमेंट की ओर से लगा नोटिस पढ़कर उनके होश उड़ गए। अचानक फैक्ट्री बंद होने से यहां काम करने वाले कर्मचारियों के आगे अब परिवार चलाने का संकट खड़ा हो गया है।
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मैनेजमेंट ने नोटिस में लिखा, ‘कंपनी के पास रोजमर्रा के सामान खरीदने तक के भी पैसे नहीं हैं। इसलिए सभी को ले ऑफ किया जाता है।’ नोटिस में यह भी लिखा था कि जब तक कि धन नहीं जुटा लेते तब तक कच्चा माल खरीदने में भी असमर्थ हैं। ऐसे में हम फैक्ट्री चलाने की स्थिति में नहीं हैं।
कर्मचारियों का कहना है कि वे 2 जून तक यहां काम पर आए लेकिन तब कोई दिक्कत नहीं थी और न कुछ बताया गया। 3 जून को नोटिस देखा तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। कर्मचारियों का कहना है कि फैक्ट्री के प्रबंधन से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। बताया जा रहा है कि साहिबाबाद की यह फैक्ट्री एटलस की सबसे बड़ी और आखिरी फैक्ट्री थी। इसके मैन्युफैक्चरिंग बंद होने से अब देश में एटलस साइकल का निर्माण बंद हो गया है।
आपको बता दें कि 1947 में भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद कराची से भारत आए जानकी दास कपूर ने एटलस साइकल कंपनी की स्थापना 1951 में की थी। कंपनी का साहिबाबाद स्थित यह प्लांट आखिरी था। इससे पहले कंपनी मध्यप्रदेश के मालनपुर और हरियाणा के सोनीपत के प्लांट भी बंद चुके हैं। बताया जा रहा है कि इस फैक्ट्री में सबसे ज्यादा उत्पादन होता था। कंपनी यहां हर साल लगभग 40 लाख साइकल बनाती थी।