जुबली न्यूज़ डेस्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘जान है तो जहान है’ से शुरू करके ‘जान भी जहान भी तक’ दिए अपने भाषणों में जनता में खूब जोश भरा और कोरोना महामारी से मुकाबला करने के लिए अब अनलॉक सीरीज चालू की है। अनलॉक एक में कई नियम और शर्तों के साथ कई सारी सुविधाएं शुरू की गई। लेकिन सरकार के अंतर्गत आने वाले कर्मचारी और विभाग ऊपर से लेकर नीचे तक नियम और कानून की धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे हैं।
ताजा मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का है। जहां एक पत्रकार ने उत्तर प्रदेश परिवहन की वो तस्वीर पेश की है जो सोचने को मजबूर करती है कि आखिर ऐसे कैसे जान और जहान की सुरक्षा होगी ?
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बता दें कि उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम की बसों में बावन सवारी भरने के बाद ही चला रहे है। बकौल पत्रकार अजय सिंह लखनऊ से फतेहपुर जाने वाली बस में 20 सवारी बैठी थी। बस में बैठे यात्रा करने वाले गरमी से परेशान हो कर आलमबाग रोडवेज बस स्टैंड की प्रभारी एक महिला अधिकारी के पास गए और गुजारिश की कि तीन घंटे गुजर रहे हैं बस अभी तक नहीं चली। इस पर महिला अधिकारी ने पूछा कि कितनी सवारी बस में हैं? तो उन्हें सहजता से जबाब दिया कि बीस सवारी गाड़ी में तीन घंटे से बैठी है, यह सुनते ही अधिकारी ने कहा कि बावन सवारी गाड़ी में बैठने के बाद ही बस चलेगी।
जब उनसे कहा कि मैडम जी माननीय मुख्यमंत्री जी का कहना है आधी सवारी गाड़ी से जायेगी जिससे एक दूसरे की दूरी बनी रहे, तो वह तमतमाते हुए बोलीं कि मुख्यमंत्री से परिवहन निगम को धन आवंटित करा दीजिए।
सरकार जो कह रही है वह अलग है जमीन पर जो सही है वही होता है। आपको नहीं मालूम है कि हाथी के खाने के दांत अलग व दिखाने के दांत अलग होते है उसी प्रकार सरकार की घोषणा व उस पर अमल अलग-अलग तरीक़े से होता है।
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