स्पेशल डेस्क
कोरोना वायरस की वजह से पूरा देश परेशान है। कोरोना और लॉकडाउन की वजह देश के लगभग हर सेक्टर को भारी नुकसान हुआ है। आलम तो यह है कि कोरोना वायरस अब अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहा है। देश के कई उद्योग धंधे चौपट हो गए है।
इस बीच भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर बड़ी खबर आ रही है। दरअसल कोरोना वायरस ने देश की अर्थव्यवस्था को बिगाड़ दिया है। वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान ग्रोस डोमेस्टिक प्रोडेटक यानी जीडीपी 4.2 फीसदी रही है।
दरअसल, वित्त वर्ष 2019-20 में जीडीपी की ग्रोथ 4.2 फीसदी पर रही। यह करीब 11 साल का निचला स्तर है। इससे पहले 2008- 09 में जीडीपी ग्रोथ इस स्तर तक पहुंची थी। ऐसे में कहा जा रहा है कि 2009 की तरह मंदी आ सकती है।
ये परेशान कर सकता है क्योंकि जनवरी में सरकार ने इसको लेकर बड़ा बयान दिया था और कहा था कि वित्त वर्ष 2019-20 के लिए एडवांस जीडीपी का ग्रोथ रेट 5 फीसदी रहने का अनुमान है, लेकिन ताजा आंकड़े बताते हैं कि सरकार के अनुमान में 0.8 फीसदी कम है।
वित्त वर्ष 2019-20 के चारों तिमाही पर एक नजर
- वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही यानी जनवरी से मार्च के बीच जीडीपी ग्रोथ रेट 3.1 फीसदी पर रही।
- दिसंबर तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ रेट 4.7 फीसदी थी
- 2019-20 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट को संशोधित कर 5.6 फीसदी
- दूसरी तिमाही के लिए 5.1 फीसदी कर दिया गया था
RBI का क्या कहना है
कोरोना वायरस की वजह से यह साल बेहद खराब गुजर रहा है। ऐसे में कहा जा रहा है कि वित्त वर्ष 2020-21 का साल बेहद खराब होगा। भारतीय रिजर्व बैंक ने भी इसी ओर इशारा किया था और कहा था कि वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान देश के जीडीपी में ग्रोथ निगेटिव रहेगी यानी इसमें गिरावट आएगी। बीते दिनों कोरोना संकट को देखते हुए मोदी सरकार ने करीब 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया था लेकिन इसका कोई खास फायदा होने वाला नहीं है।
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ऐसा क्यों हुआ
कोरोना वाायरल और लॉकडाउन की वजह से पूरी अर्थव्यवस्था कमजोर हुई है। जानकारी के मुताबिक देशभर में कोरोना वायरस के चलते किए गए लॉकडाउन की वजह से कोयला, सीमेंट, स्टील, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी, क्रूड ऑयल आदि के ग्रोथ में काफी कमी देखी गई है। इससे पहले मार्च 2020 में आठ कोर सेक्टर के उत्पादन में 9 फीसदी की गिरावट आई थी। बता दें कि आठ बुनियादी उद्योग- कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, स्टील, सीमेंट और बिजली हैं।
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