न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। भारत में लगातार कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। यही कारण है कि अब मुंबई में एक बस को चलते फिरते टेस्टिंग सेंटर में बदला गया है।
पूणे की एक फर्म कृष्णा डायग्नोस्टिक ने भारत की पहली कोविड-19 टेस्टिंग बस तैयार की है ताकि अधिक से अधिक टेस्टिंग महाराष्ट्र में की जा सके। इस टेस्टिंग फैसिलिटी को तैयार करने में IIT अल्युमनाई कौंसिल ने भी सहयोग दिया है।
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इस बस में ओन बोर्ड जेनेटिक टेस्टिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित टेलीरेडियोलोजी और डिजिटल X-Ray की सुविधा दी गई है। इसके अलावा ब्लड टेस्ट और ऑक्सीजन सैचुरेशन टेस्ट्स की सुविधी भी मिलेगी। इसके निर्माताओं का कहना है कि यह बस कोरोना वायरस टेस्टिंग के खर्च को 80 प्रतिशत तक कम कर देगी।
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यह बस वर्तमान में सिर्फ 10 से 15 टेस्ट सेम्पल लेने में सक्षम है, क्योंकि हर एक सेम्पल कलेक्शन के बाद इसे डिसइंफेक्ट किया जाता है। देश में मानसून जल्द ही शुरू होने वाले हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए यह अनोखा आईडिया लाया गया है, अब यह बस राज्य व शहर के जगह-जगह पर जाकर आसानी से सेम्प्ल ले सकेगी।
इस बस के जरिए वर्तमान में कोरोना वारियर्स जैसे पुलिस, सेनिटाईजेशन कर्मचारी तथा जरुरी सेवा प्रदाता लोगों की टेस्टिंग की जा रही है। क्षमता बढ़ने के साथ ही इसका उपयोग आम लोगों के लिए भी किया जाएगा।
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