न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। कोरोना वायरस के बीच लागू किया गया लॉकडाउन-4 31 मई को समाप्त हो रहा है। ऐसे में उत्तर प्रदेश रोडवेज प्रबंधन 1 जून से यूपी में बसें चलाने की तैयारियों में जुटा हुआ है। बशर्ते इस अवधि में शासन स्तर पर कोई नई व्यवस्था प्रभावी न हो जाए।
रोडवेज प्रवंधन ने बसों को 30 मई तक फिट करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। जिसके बाद डिपोवार बसों का काम शुरू भी कर दिया है। बस संचालन के दौरान गाइडलाइन भी जारी की गई है। जिसका शत प्रतिशत पालन कराने की जिम्मेदारी बस अड्डा प्रभारी से लेकर ड्राइवर-कंडक्टर की होगी।
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UPSRTC के एमडी राजशेखर की माने तो बसों का परिचालन सरकार के निर्देश पर होगा, परिचालन सरकार के निर्देशों पर निर्भर करेगा, 31 मई के बाद लॉकडाउन के संबंध में निर्देशित करेगी सरकार उसके अनुरूप आगे का फैसला होगा। अभी हम खुद को एहतियाती उपाय के रूप में तैयार कर रहे।
रोडवेज अधिकारियों ने बताया कि गाइडलाइन के अनुसार मास्क पहने व्यक्ति को ही बस अड्डा परिसर में प्रवेश की छूट रहेगी। बस में कंडक्टर सीट के सामने सेनेटाइजर की बोतल रखी होगी।
सेनेटाइज करने के बाद ही यात्री बस के अंदर बैठ सकेंगे। एहतियातन कंडक्टर और ड्राइवर को अलग से सेनेटाइजर इस्तेमाल के लिए दिया जाएगा। सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए बस अड्डे के एक गेट से यात्रियों की इंट्री होगी तो दूसरे से निकलेंगे।
आधे यात्री कर सकेंगे सफर
रोडवेज अफसरों से कहा गया है कि यदि कहीं पर एक ही गेट है तो बीच में बेरीकेडिंग करके आने-जाने का रास्ता अलग-अलग कर दिया जाए। तमाम सावधानियों के बाद भी बस की क्षमता के आधे ही यात्री सफर कर सकेंगे। यह संख्या बस की क्षमता पर तय होगी।
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