Tuesday - 29 October 2024 - 9:56 AM

कोरोना काल में कैसे खोल रहा है जर्मनी अपने स्वीमिंग पूल्स

अंकित प्रकाश 

जर्मनी में गर्मी के दिनों में पूल में जाने का रिवाज़ बहुत महत्वपूर्ण और प्रचलित है। लोग छुट्टियों में पूरा पूरा दिन अपने परिवार के साथ पूल में बिताते हैं। अब जर्मनी में, गर्मियों के दिन आने वाले हैं और सभी को इंतज़ार है स्वीमिंग पूल्स के खुलने का। कोरोना के संक्रमण को देखते हुए ऐसा करना आसान नहीं है। खतरे से बचने के कुछ इन्तेजामों के साथ कुछ राज्यों में अब स्वीमिंग पूल्स खोलने की शुरुआत हो चुकी है और बाक़ी के राज्य धीरे धीरे इसका अनुसरण करने को तैयार हो रहे हैं।

जर्मनी को नियमों की धरती कहा जाता है, यहाँ छोटी से छोटी बात के लिए भी आपको लिखित तौर पर नियम मिल जायेंगे। जाहिर है, पूल्स के खुलने के बाद के भी सारे नियम सुनिश्चित कर लिए गए हैं। उदाहरण के तौर पर एक दूसरे पर पानी उछालने की सख्त मनाही रहेगी और पानी में भी एक दूसरे से निश्चित दूरी बनाई रहनी होगी।

पूल पर जाने के लिए पहले से ही अपॉइंटमेंट लेना ज़रूरी किया जायेगा जो कि हर किसी को आनलाइन उपलब्ध कराया जायेगा। पूल में अन्दर जाने के बाद लोगों को लाइन लगा कर खड़ा होना होगा और एक व्यक्ति को पूल में जाने से पहले एक व्यक्ति के बाहर निकलने का इंतज़ार करना होगा। एक समय पर पूल में उपस्थित लोगों की संख्या को सुनिश्चित कर लिया गया है।

सरकार ने प्रथम चरण में सैक्सोनी, उत्तरी राइन-वेस्टफैलिया और हेसेन राज्यों को पूल्स खोलने की अनुमति दी है। बाडेन राज्य अभी भी स्थिति सुधरने की प्रतीक्षा में है और बवेरिया राज्य ने अभी ऐसा कुछ करने से मना कर दिया है। बवेरिया इस बारे में जून के अंत में फिर विचार करेगा।

कुछ लोग स्विमिंग पूल में जल्द से जल्द कूदना चाह रहे हैं लेकिन इस बार ऐसा करना थोडा मुश्किल है। बहुत से लोग आफिस से लौटते वक़्त पूल में चले जाते थे लेकिन अब बिना अपॉइंटमेंट के ऐसा करना संभव नहीं है। लगभग सभी पूल्स ने ई-टिकट की सुविधा उपलब्ध कराई है जिसे लेकर ही अन्दर जाया जा सकेगा। कुछ पूल्स अपने रोज के ग्राहकों को सीज़न टिकट भी मुहईया कराएँगे जिससे उन्हें बार बार टिकट न खरीदना पड़े और लाइनों में कम से कम प्रतीक्षा करनी पड़े। अब सीधा जा कर टिकट खरीद कर अन्दर जाने वाला रवैय्या नहीं चलेगा।

सब कुछ पहले से बुक कराना आवश्यक होगा। आनलाइन रजिस्ट्रेशन करने की एक वजह ये भी है की सभी पूल मालिकों को आने जाने वालों का और तैराकों का सारा विवरण सरकार को देना अनिवार्य कर दिया गया है। सब कुछ आनलाइन रहने से इस नियम का पालन प्रभावशाली ढंग से हो पायेगा। सरकार पूल में एक समय में उपस्थित लोगों की संख्या पर नज़र रखेगी और ये संख्या तय मानक से ज्यादा होने पर पूल पर ताला लगा दिया जायेगा।

पूल के अन्दर के नियमों में से प्रमुख नियम है दूरी बनाये रखना। किसी भी समय और किसी भी कारण से दो लोगों के बीच की दूरी 1.5 मीटर से कम नहीं होनी चाहिए। ये नियम हर जगह लागू होता है चाहे वो धूप सेंकने के लिए बना हुआ पूल के पास का बगीचा हो, डाइविंग प्लेटफार्म पर लोगों की लाइन हो या पानी में खेलने वाले बच्चों की लाइन हो।

दूरी का अंदाज़ा रखने के लिए जगह जगह निशान बना दिए गए हैं। कुछ स्विम लेन्स को वन-वे भी किया जायेगा जिससे तैरते वक़्त मुड़ने में लोग एक दूसरे के रास्ते में न आयें और टकराने की गुंजाईश न हो। अब पूल के किनारे किनारे लोगों की लम्बी लाइन दिखने की उम्मीद की जा सकती है।

अभी किसी को पता नहीं है कि लोग इन नियमों को कैसे अपनाएंगे। गार्ड्स को अपने कामन सेन्स का उपयोग करने का आदेश दिया गया है और कहा गया है कि ग्राहकों के बीच की दूरी का विशेष ध्यान रखा जाय। गार्ड्स बीच बीच में दूरी के नियम का उल्लंघन होने पर ग्राहकों को सचेत करेंगे।

यह भी पढ़ें : क्या हिन्दू क्या मुसलमान, कोरोना काल में सबका अंतिम संस्कार कर रहा है ये शख्स

यह भी पढ़ें : हेडफोन से संगीत सुनने के ये है फायदे

यह भी पढ़ें : विदेश में छाई बिहार की बेटी, इवांका ट्रंप ने की तारीफ

अगर कोई व्यक्ति बिलकुल ही नियम का पालन नहीं करेगा तो उसे बाहर निकल दिया जायेगा। किनारे के बगीचों में भी ध्यान रखा जायेगा कि लोग झुण्ड न बनायें। पूल्स को उम्मीद है की कुछ नियम तो ग्राहक अपने आप भी समझने की कोशिश करेंगे। जाहिर है, गार्ड्स की जिम्मेदारियां इस साल कुछ अलग ही तरह की होंगी।

दूरी के नियम के पीछे मुख्य कारण है हवा में कोरोना वायरस को रोकना। लेकिन पानी के सहारे ये वायरस न फ़ैल पाए इसके लिए भी कुछ नियम और इंतज़ाम किये जायेंगे। पहला तो पूल के पानी को और जल्दी जल्दी साफ किया जायेगा और इसमें केमिकल्स भी मिलाये जायेंगे। दूसरा चेंजिंग-रूम को हर इस्तेमाल के बाद सैनीटाइज किया जायेगा।

ऐसा ही बाथ-रूम्स के साथ भी होगा। तीसरा हर तीन या पांच इस्तेमाल के बाद एक एक छोड़ कर चेंजिंग-रूम और बाथ-रूम को कुछ देर के लिए बंद कर दिया जायेगा। यानि कुछ देर कुछ खुले रहेंगे और कुछ देर दूसरे। ऐसा माना जा रहा है कि हवा के मुकाबले पानी के माध्यम से संक्रमण का अंदेशा फिर भी बहुत कम है, फिर भी हर तरीके से पानी को साफ़ सुथरा रखा ही जायेगा।

इन सब कड़े नियमों के बीच बच्चों का ख्याल करते हुए फ्रेंच फ्राइज़ बेचने के छोटे स्टालों को खोलने की अनुमति दे दी गई है। अगर नियमों का पालन अच्छे से हुआ तो फिर और सुविधाओं को भी धीरे धीरे शुरू करने पर विचार हो सकता है। लोग अब इस तरह के इंतजामों और नियमों को न्यू-नार्मल (नया सामान्य) कहते हुए दिख रहे हैं।

(लेखक जर्मनी के फ्रैंकफ़र्ट में आईटी प्रोफेशनल है और स्वतंत्र लेखन करते हैं) 

Radio_Prabhat
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com