न्यूज डेस्क
श्रमिकों के पैदल चलने की तस्वीरें जो अखबार और टेलीविजन में मार्च के आखिर में आनी शुरू हुईं उनका सिलसिला अब भी जारी है। अब उनमें हादसों और श्रमिकों के घायल होने की तस्वीरों भी शामिल हो गईं हैं। सरकार की तरफ से उचित सहायता न मिलने के वजह से ये श्रमिक पैदल अपने घर जाने को मजबूर हैं। इस बीच कांग्रेस पार्टी ने श्रमिकों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए 1000 बसें चलाने का एलान किया है। इसके लिए उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ से अनुमति भी मांगी है।
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कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी आदित्यनाथ को पत्र लिख कर कहा कि राष्ट्रनिर्माता मजदूरों को इस तरह सड़क पर नहीं छोड़ा जा सकता। सरकार द्वारा की गई घोषणाओं के बावजूद पैदल आ रहे इन मजदूरों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचने की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है। प्रदेश में अब तक क़रीब 65 मजदूरों की अलग अलग सड़क दुर्घटनाओं में मौत हो चुकी है जोकि सूबे में कोरोना महामारी से मरने वालों की संख्या से भी अधिक है। काँग्रेस पार्टी इनकी मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है।
प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजे गए पत्र में लिखा है कि पलायन करते हुए, बेसहारा प्रवासी श्रमिकों के प्रति कांग्रेस पार्टी अपनी ज़िम्मेदारी निभाने हुए 500 बसें गाज़ीपुर बार्डर गाज़ियाबाद और 500 बसें नोएडा बार्डर से चलाना चाहती है। इसका पूरा खर्चा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (AICC) वहन करेगी। महामारी से बचने के सब नियमों का पालन करते हुए प्रवासी श्रमिकों को मदद करने के लिए हम 1000 बसों को चलाने की आपसे अनुमति चाहते हैं।