जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. देश के कई बैंकों को 9000 करोड़ का चूना लगाकर पिछले चार साल से लन्दन में ऐश की ज़िन्दगी गुज़ार रहे विजय माल्या ने अचानक भारत सरकार के क़दमों में सर झुका दिया है. माल्या ने कहा है कि कर्ज़ की एक-एक पाई चुका दूंगा, बस केस वापस ले लो. लिकर किंग का यह बयान चौंकाने वाला है. क्या वजह है कि वह इतनी बड़ी रकम को लौटाने को तैयार हो गया है.
विजय माल्या शान-ओ-शौकत की ज़िन्दगी जीने का आदी रहा है. किंगफिशर नाम से शराब बेचने वाला विजय माल्या अपने ब्रांड को प्रमोट करने के लिए कलेंडर के लिए होने वाले फोटोशूट पर ही करोड़ों खर्च कर देता था. किंगफिशर नाम से ही उसने एयरलाइन्स भी चलाई. शराब बनाने के लिए फैक्ट्री के लिए उसने शिया वक्फ बोर्ड की संपत्तियों पर कब्ज़े किये.
इतनी शान-ओ-शौकत के लिए विजय माल्या ने समय-समय पर विभिन्न बैंकों से 9000 करोड़ रुपये का कर्जा ले रखा था. अचानक से एयरलाइन्स के बिकने की नौबत आ गई. हालात बिगड़ने लगे. बैंकों ने भी अपने कर्जे के लिए दबाव बढ़ा दिया तो माल्या अचानक से देश छोड़कर फरार हो गया.
विजय माल्या को लन्दन से वापस लाने के लिए भारत सरकार ने क़ानून का सहारा लिया लेकिन माल्या ने भी कोर्ट में अपना वकील खड़ा कर दिया. लन्दन के रॉयल कोर्ट ऑफ़ जस्टिस में भारत ने विजय माल्या के प्रत्यर्पण के लिए केस दायर किया. विजय माल्या ने भारत सरकार के इस केस के खिलाफ याचिका दायर कर दी और भारत सरकार का मुकदमा खारिज किये जाने का अनुरोध कर डाला लेकिन जस्टिस स्टीफन इरविन और जस्टिस एलिजाबेथ लाइंग की पीठ ने विजय माल्या की याचिका ही खारिज कर दी.
यह भी पढ़ें : विजय माल्या के केस से क्यों अलग हुए जस्टिस नरीमन
यह भी पढ़ें : चीन के इस कदम से पूरी दुनिया है अवाक
यह भी पढ़ें : PM के पैकज ऐलान के बाद क्यों वायरल हो रहा है लालू का पुराना वीडियो
यह भी पढ़ें : बहुत संकुचित है आर्थिक पैकेज का वास्तविक लाभ
अपनी याचिका खारिज होने के बाद विजय माल्या समझ गया कि आज नहीं तो कल गिरफ्तार होकर भारत जाना पड़ेगा. यही वजह है कि अपनी गिरफ्तारी से बचने और भारत में शेष ज़िन्दगी सम्मान से जीने के लिए विजय माल्या ने भारत सरकार से यह अनुरोध किया है कि वह कर्जा वापस कर देगा लेकिन सरकार अपना केस वापस ले ले.
विजय माल्या इतनी बड़ी रकम की वापसी कैसे करेगा इस सम्बन्ध में फिलहाल उसने कोई जानकारी नहीं दी है. माल्या ने ट्वीटर पर लिखा है कि भारत कोरोना से बहुत अच्छी तरह से जंग कर रहा है. कोरोना से निबटने के लिए भारत को काफी पैसों की भी ज़रूरत है. भारत सरकार को अतिरिक्त करेंसी छापने का आदेश देना पड़ सकता है. ऐसे हालात में आखिर सरकार उसकी बात क्यों नहीं मान लेती. सरकार मुकदमा वापस ले ले और वह पूरा कर्जा वापस कर देगा.
विजय माल्या ने लिखा है कि वह लगातार कर्जा लौटाने के लिए बैंकों के सम्पर्क में है लेकिन न तो बैंक अपना पैसा वापस लेने को तैयार हैं और न ही प्रवर्तन निदेशालय उसकी सम्पत्तियों से कब्ज़ा छोड़ने को तैयार हैं.
विजय माल्या मार्च 2016 से लन्दन में है. लंदन में होने वाले क्रिकेट मैच में जब-जब माल्या स्टेडियम के भीतर घुसा है वहां मौजूद भारतीयों ने उसे बेइज्ज़त किया है. ऐसे में वह यह बात अच्छी तरह से जानता है कि अगर वह गिरफ्तार होकर भारत गया तो हर पेशी पर उसकी छीछालेदर होगी.