न्यूज़ डेस्क
मुंबई। उद्धव ठाकरे का महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बने रहने का रास्ता साफ हो गया। महाराष्ट्र कांग्रेस अपने दूसरे उम्मीदवार का विधान परिषद के चुनाव से नामांकन वापस लेने का फैसला लिया है।
ऐसे में महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे निर्विरोध विधान परिषद के सदस्य बन जाएंगे। महाराष्ट्र में विधान परिषद की 9 सीटों पर 21 मई को चुनाव होना है।
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पहले महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष बालासाहेब थोराट ने कहा, उद्धव ठाकरे का निर्विरोध एमएलसी चुनना तय है, क्योंकि कांग्रेस उम्मीदवार राजकिशोर मोदी नामांकन वापस ले रहे हैं।
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इससे पहले कांग्रेस ने विधान परिषद चुनाव के लिए 2 उम्मीदवार राजेश राठोड़ और राजकिशोर मोदी के नामों का ऐलान किया था। इससे उद्धव के समीकरण बिगड़ते नजर आ रहे थे।
उद्धव ठाकरे ने 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। वे अभी तक राज्य के किसी भी सदन के सदस्य नहीं थे। ऐसे में उन्हें मुख्यमंत्री की शपथ लेने के 6 महीने बाद विधान परिषद या विधानसभा में किसी एक का सदस्य बनना था। नहीं तो उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ता। उनके पास 28 मई तक का वक्त था।
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कोरोना वायरस के चलते विधान परिषद की सीटों पर चुनाव नहीं हो पा रहे थे। इसके बाद उद्धव ने राज्यपाल से लेकर प्रधानमंत्री तक विधान परिषद की सीटों पर चुनाव कराने की मांग की थी। राज्यपाल की सिफारिश पर चुनाव आयोग ने सोशल डिस्टेंसिंग के साथ राज्य की खाली पड़ीं 9 सीटों पर चुनाव कराने का आदेश दिया। चुनाव 21 मई को होना है।
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