स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। यूपी में अब तक 2969 लोग कोरोना की चपेट में है। इस वजह से लोगों को घरों में रहने के लिए कहा जा रहा है।
कोरोना महामारी और इससे निपटने के लिए हुए लॉकडाउन पूरे देश में लगा हुआ है। इसका असर पवित्र माह रजमान पर भी पड़ रहा है। मस्जिदें बंद है और लोग घरों पर रहकर रोजा रख रहे हैं।
अब खबर है कि कोविड-19 और लॉकडाउन की वजह से 19 रमज़ान का जुलूस भी नहीं निकाला जाएगा। बता दें कि हजऱत अली की शहादत पर लखनऊ में जुलूस निकाला जाता है।
कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई में शिया मुस्लिमानों ने बड़ा कदम उठाते हुए इस बार 19वीं रमजान व 21 रमजान पर जुलूस न निकालने का फैसला लिया है।
जानकारी के मुताबिक यह जुलूस 1930 से निकाला जा रहा है। मौलाना मीसम जैदी ने इस बारे में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इस बार कोरोना वायरस की वजह से जुलूस नहीं निकालने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि यह जुलूस सआदतगंज स्थित मस्जिद कूफा से उठकर चैक थानाक्षेत्र स्थित मौलाना मुत्तकी जैदी के घर जाता था।
21वीं रमजान का जुलूस सआदतगंज स्थित कर्बला नजफ से उठकर कर्बला तालकटोरा जाता था। लेकिन इस बार यह जुलूस भी कैंसिल कर दिया गया है। राजधानी में निकलने वाले इन जुलूसों में करीब 1 लाख लोग शामिल होते थे। मौलाना ने सभी अपील कि इस बार सभी लोग घर में रहकर मजलिस और मातम करें।