प्रमुख संवाददाता
नई दिल्ली. कर्नल आशुतोष सहित अपने 5 जवानों को गंवाने के बाद हरकत में आई सेना ने घाटी में आतंकियों को ढूंढ-ढूंढकर उन्हें उनके अंजाम तक पहुंचाना शुरू कर दिया है. सेना की आतंकियों के साथ लगातार चल रही मुठभेड़ के बीच आज उस समय बड़ी सफलता हाथ लगी जब उसने 12 लाख के इनामी आतंकी रियाज़ नायकू को ढेर कर दिया.
रियाज़ नायकू को बुरहान बानी के बाद हिजबुल मुजाहिदीन का कमांडर बनाया गया था. रियाज़ पर हत्या का भी इलज़ाम है. बताया जाता है कि सुरक्षाबलों ने आईईडी के ज़रिये उस घर को ही उड़ा दिया है जिसमें रियाज़ नायकू छुपा हुआ था. मुठभेड़ में उसके एक और साथी के मारे जाने की पुष्टि हो गई है.
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा इलाके में सेना की आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन का शीर्ष कमांडर रियाज़ नायकू ढेर हो गया. सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू होने केव साथ ही राज्य में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है. इस मुठभेड़ में आतंकियों के बड़े नुक्सान की बात कही जा रही है, रियाज़ नायकू का मारा जाना हिजबुल का बड़ा नुक्सान माना जा सकता है. फिलहाल मुठभेड़ जारी है. आतंकियों को सेना ने घेरा हुआ है. मुठभेड़ खत्म होने के बाद सेना को और भी बड़ी कामयाबी हाथ लग सकती है.
रियाज़ नायकू के मारे जाने से घाटी में आतंक की कहानियाँ लिखने वालों की कमर टूट जायेगी. हिजबुल का यह आतंकी बन्दूक उठाने से पहले बच्चो को गणित पढ़ाने का काम करता था लेकिन आतंकी बनने के बाद जम्मू-कश्मीर के युवाओं को आतंकवाद से जोड़ने की एक बड़ी कड़ी बन गया था. वह उन युवकों की तलाश करता था जो हिजबुल के काम के होते थे. जब कोई आतंकी मारा जाता था तो वह उसके अंतिम संस्कार के समय अपनी बन्दूक से उसे सैल्यूट करता था. सुरक्षाबलों के लिए एक अरसे से सरदर्द बने रियाज़ का चैप्टर आज क्लोज़ हो गया.
जानकारी के अनुसार सुरक्षा बालों ने इस इलाके में आतंकियों के छुपे होने की सूचना के बाद यहाँ घेराबंदी करने के बाद तलाशी अभियान शुरू किया था. तलाशी अभियान के दौरान ही अचानक तब मुठभेड़ शुरू हो गई जबकि आतंकियों ने खुद को घिरता देखकर सुरक्षा बल पर फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में हिजबुल कमांडर मारा गया.