प्रमुख संवाददाता
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित होने वालों की संख्या दो हज़ार को पार कर गई है. अब तक 2043 मामले सामने आ चुके हैं. शुक्र की बात यह है कि लॉक डाउन का सख्ती से पालन किये जाने की वजह से राज्य के 22 जिलों में कोरोना का कोई मामला नहीं है. कोरोना किन वजह से हालांकि 31 लोगों की मौत भी हुई है लेकिन 400 लोग पूरी तरह से स्वस्थ होकर अपने घरों को जा चुके हैं.
प्रदेश के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने इस बात पर गहरी चिंता जताई कि कोरोना संक्रमण से लोगों को मुक्त करने के लिए रात-दिन एक किये हुए स्वास्थ्यकर्मी खुद भी संक्रमण का शिकार हो रहे हैं.
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश के 75 जिलों में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के नेतृत्व में ऐसी समितियों का गठन किया गया है जिसमें मेडिकल इन्फेक्शन को रोकने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित करने का फैसला किया गया है.
प्रमुख सचिव ने बताया कि यह समितियां अपने-अपने जिलों के 5 अस्पतालों की सूची बनाकर उनके एक-एक नोडल अधिकारी को प्रशिक्षण देंगे और यह नोडल अधिकारी अपने-अपने अस्पताल के चिकत्सकों, नर्सों और अन्य मेडिकल स्टाफ को बताएँगे कि मेडिकल इन्फेक्शन के प्रोटोकाल का पालन कैसे करना है. अगले दो दिन में प्रशिक्षण का यह काम हर हाल में पूरा किया जाना है.
उन्होंने बताया कि अन्य अस्पतालों के जो स्वास्थ्यकर्मी कोरोना संकट से निबटने के समय इन्फेक्शन से बचने का तरीका सीखना चाहेंगे उन्हें भी 5 तक प्रशिक्षित किया जाएगा. श्री प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना से निबटने के लिए अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया है. मौजूदा समय में 10 हज़ार बेड की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग ने कर रखी है. अब लगभग आठ हज़ार बेड और बढ़ाए जायेंगे.