- उत्तर प्रदेश में 15 दिनों में 100 से ज्यादा हत्याएं
- एटा, बुलंदशहर, गोरखपुर, चंदौली, इलाहाबाद में हत्या से दहला सूबा
- यूपी में सीएम योगी के अधीन चल रहा है ‘‘जंगलराज‘‘
- जंगलराज में अपराधियों का हौसला बुलंद, जनता भय के साये में
न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में दो साधुओं की हत्या का मामला गरमा गया है। भले ही यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मामले पर राजनीति नहीं करने की अपील की है। शिवसेना, सपा और कांग्रेस ने इस मामले में निष्पक्ष जांच करके पूरा सच प्रदेश के समक्ष लाने की मांग की है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार पर कानून-व्यवस्था को लेकर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अप्रैल के पहले 15 दिनों में ही यूपी में सौ लोगों की हत्या हो गई। इस मामले में निष्पक्ष जांच करके पूरा सच प्रदेश के समक्ष लाना चाहिए।
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सीएम योगी के अधीन कानून का नहीं बल्कि अपराधियों का राज चल रहा है। लल्लू ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून का शवदाह हो चुका है। अपराधियों के हौसले बुलंद हैं जबकि आम जनता भय के साये में जी रही है।
उन्होने कहा कि पिछले पंद्रह दिनों के अंदर यूपी में करीब 100 से ज्यादा हत्याएं हो चुकी हैं। अभी सूबे की जनता एटा में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या के खौफ से उबरी भी नहीं थी कि बुलंदशहर में दो साधुओं की निर्मम हत्या का मामला सामने आ गया।
इसी तरह की हत्या, हाल ही में गोरखुपर में भी हुई है जहां खुद योगी जी का मठ है और जहां से योगी आदित्यनाथ सांसद भी रहते आए हैं। लल्लू ने सवाल किया है कि जब योगी खुद अपने गृह जिले को नहीं संभाल पा रहे हैं तो पूरे सूबे को कैसे संभालेंगे ?
यह पूछते हुए कि चंदौली से लेकर बुलंदशहर तक हुई हत्याओं पर सीएम योगी ने मौन क्यों धारण कर रखा है, लल्लू ने कहा कि बात-बात पर खुद की पीठ थपथपाने वाले, कथित रूप से कड़े प्रशासन करने वाले सीएम की कलई जनता के सामने खुल चुकी हैं।
सीएम योगी से और बीजेपी सरकार से अपराधियों पर लगाम लगाने की मांग करते हुए लल्लू ने यह भी कहा कि पीड़ित परिजनों को उचित आर्थिक मदद दिया जाए।
अजय कुमार लल्लू ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर सूबे में कानून का राज जल्द से जल्द स्थापित नहीं किया जाता तो कांग्रेस पार्टी सड़कों पर उतरने से परहेज नहीं करेगी।
इससे पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से बात कर बुलंदशहर में दो साधुओं की हत्या के मामले में चिंता जताई है। वहीं शिवसेना के सांसद संजय राउत ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा है कि पालघर की तरह इस मामले का सांप्रदायिकरण नहीं होना चाहिए।
गौरतलब है कि बुलंदशहर जिले के अनूपशहर कोतवाली के गांव पगोना के शिव मंदिर में पिछले करीब 10 वर्षों से साधु जगदीश (55 वर्ष) और शेर सिंह (35 वर्ष) रहते थे। सोमवार देर रात दोनों साधुओं की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। लोगों का गुस्सा देखकर मौके पर पुलिस फोर्स तैनात की गई।
वहीं संजय राउत ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा, ‘उत्तर प्रदेश में साधुओं की हत्या के मामले का सांप्रदायिकरण नहीं होना चाहिए। जैसा कि पालघर के मामले में हुआ था।’
बता दें कि महाराष्ट्र के पालघर में अफवाह के चलते भीड़ ने जूना अखाड़ा के संतों स्वामी कल्पवृक्ष गिरि, स्वामी सुशील गिरि और उनके ड्राइवर नीलेश तेलगड़े को पीट-पीटकर मार डाला था। भीड़ को पीड़ितों पर चोर होने का शक था। इस मामले में एक ओर जहां जमकर राजनीति हुई, वहीं मृतकों के परिवारवाले न्याय की मांग कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्राम पगोना में हुई हत्या की घटना का संज्ञान लिया है। सीएम योगी ने जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को तुरंत मौके पर पहुंचकर घटना के संबंध में दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने निर्देश दिए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस मामले में राजू नामक एक नशेड़ी को गिरफ्तार किया गया है।