न्यूज डेस्क
लॉकडाउन में खाने-पीने के सामान के अलावा अधिकांश दुकाने बंद हैं जिसकी वजह लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है। लोगों की परेशानियों को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि लॉकडाउन के दौरान मोबाइल की प्रीपेड सर्विस को छूट, मिल्क प्रोसेसिंग यूनिट, आटा-दाल मिलों को कामकाज की छूट, किताबों की दुकानों, पंखे की दुकानें को खोला जा सकेगा। सड़क निर्माण, ईंट भट्टे पर काम शुरू हो सकेगा।
सरकार ने कहा कि कुछ घटनाओं को छोड़कर लॉकडाउन का पालन हो रहा है। मंत्रालय की तरफ कहा गया कि बिना हॉटस्पॉट वाले इलाकों में छूट दी गई है।
लॉकडाउन की वजह से अधिकांश दुकाने बंद है। इस समय सबसे ज्यादा जरूरत पंखे-कूलर और स्टेशनरी की है। जहां अधिकांश बच्चों के पास अगले सेशन की किताबें और कापियां नहीं है तो वहीं तापमान बढऩे की वजह से लोग गर्मी से बेहाल है। लॉकडाउन की वजह से लोग पंखा-कूलर नहीं खरीद पा रहे हैंं। फिलहाल अब लोगों को राहत मिलने वाली है।
यह भी पढ़े: कोरोना इफेक्ट : विदेश से 23 फीसदी कम धन भेजेंगे भारतीय
यह भी पढ़े: प्रदीप सुविज्ञ का कार्टून: हे कोरोना देव
भारत में कोरोनावायरस संक्रमितों की संख्या में उछाल जारी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, गुरुवार तक देश में संक्रमितों की संख्या 21,393 पहुंच गई। इसके अलावा देश में अब तक संक्रमण से कुल 681 लोगों की मौत हो चुकी है।
गौरतलब है कि इससे पहले कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में गुरुवार को पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। सोनिया ने कहा कि कोरोना वायरस से लड़ाई के समय जब सबको साथ होना चाहिए, तब भाजपा नफरत और सामुदायिक भेदभाव फैला रही है। वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने कहा कि कोरोनावायरस को हराने में केंद्र और राज्य सरकार का समन्वय ही काम आ सकता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के बुधवार शाम तक के आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोनावायरस के संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या बुधवार 652 थी। इसी के साथ भारत अमेरिका, स्पेन, इटली, फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन समेत उन 17 देशों में शामिल हो गया, जहां संक्रमण के 20 हजार से ज्यादा केस हैं।
यह भी पढ़े: हवा और पानी की गुणवत्ता को लेकर संतुष्ट है ज्यादातर भारतीय