न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए देशभर में लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान गली मुहल्लों में खुली दुकानों पर तंबाकू उत्पाद धड़ल्ले से बेचे जा रहे थे। लेकिन जब से मार्केट में शराब का स्टॉक खत्म हुआ है तब से एकाएक प्रतिबंध के बावजूद इन दुकानों पर खुलेआम गुटखा, पान मसाला और बीड़ी-सिगरेट की बिक्री रुक गयी है।
वजह ये है कि अब ये सब इतनी आसानी से इसलिए नहीं मिल पा रहा है क्योंकि स्टॉक भी ऊपर से मिलना बंद हो गया है। फिर आप इसके शौकीन है तो आपको दुकानदार की मुंहमांगी कीमत चुकानी पड़ेगी, जो पहले के मुकाबले तीन गुना बढ़ चुकी है। गौर करने वाली बात ये है कि तंबाकू उत्पादों की कालाबाजारी कर उन्हें दो से तीन गुनी कीमत पर बेचा जा रहा है।
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गुटखा और बीड़ी-सिगरेट के होलसेल कारोबारी लॉकडाउन के बावजूद पुराने स्टॉक को ऊंचे दामों में सप्लाई कर लाखों की कमाई करने में जुटे हैं। किराना कारोबारी जरूरी सामान की गाड़ियों में नशीले पदार्थों की सप्लाई कर रहे हैं।
लोगों का कहना है कि प्रशासन और पुलिस को गुटखा और बीड़ी-सिगरेट की अवैध बिक्री के बारे में जानकारी है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। ऐसे में पुलिस-प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे है।
विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस का संक्रमण लार व थूक से भी फैलता है। जिसके चलते सरकार ने पान मसाला और गुटखा की बिक्री पर रोक लगा दी है। इसे देखते हुए गुटखा, पान मसाला और बीड़ी सिगरेट के होलसेल कारोबारियों ने माल सुरक्षित जगहों पर स्टॉक कर लिया।
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ये कारोबारियों इस माल को चोरी छिपे सप्लाई कर रहे हैं। जिसके चलते गली मुहल्ले के छोटे दुकानदारों ने गुटखा, पान मसाला और बीड़ी-सिगरेट के मनमाने दाम वसूलने शुरू कर दिए हैं।
पिछले तीन सप्ताह में कालाबाजारी के चलते करोड़ों रुपये के गुटखा, पान मसाला और बीड़ी सिगरेट की बिक्री हो चुकी है। दुकानदारों का कहना है कि गुटखा, जर्दा, पान मसालों और बीड़ी सिगरेट की बिक्री में कोई फर्क नहीं आया है, केवल दाम में बढ़ोतरी हुई है।
10 रुपये में मिलने वाला बीड़ी का बंडल 25 रुपये, 15 से 20 रुपये कीमत का बीड़ी का बंडल 30 से 35 रुपये, 5 रुपये वाला गुटखा 15 रुपये, 5-10 रुपये वाली सिगरेट 20 रुपये, 20 रुपये वाला रजनीगंधा पान मसाला और तंबाकू 50 रुपये में बेचा जा रहा है। इतनी कीमत चुकाने के लिए लोग किराने की दुकान के चक्कर काट रहे है फिर भी आसानी से पान मसाला, बीड़ी सिगरेट और गुटखा नहीं मिल पा रहा है।
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