न्यूज डेस्क
कोरोना वायरस के प्रकोप से उत्तर प्रदेश को बचाने के लिए सीएम योगी हर सम्भव प्रयास कर रहे हैं। नोएडा दिल्ली बॉर्डर पीएसी और आरएएफ़ पुलिस लगा दी गई है। बता दें कि सबसे ज्यादा मरीज नोएडा में ही मिले हैं।
दूसरी ओर कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे इसके लिए सीएम योगी ने पुलिस प्रशासन को इसकी जिम्मेदारी दी है। इसके अलावा उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं से भी मदद मांगी है।
सरकार और संगठन के तालमेल पर जोर देते रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना महामारी से लड़ाई में भाजपा संगठन का सहयोग मांगा है। रविवार को उत्तर प्रदेश के 1.63 कार्यकर्ताओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में योगी ने केंद्र और राज्य सरकार के राहत पैकेज व अन्य व्यवस्था की जानकारी साझा करने के साथ ही कहा कि हर बूथ अध्यक्ष प्रतिदिन दस गरीबों के भोजन का प्रबंध करे।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हर बूथ अध्यक्ष अपने गांव और मोहल्ले में 10 परिवारों से संपर्क करे। एक-एक घर से एक-एक भोजन पैकेट बनवाएं और इसे प्रतिदिन दस जरूरतमंद गरीबों में वितरित करें।
लॉकडाउन के दौरान अन्य राज्यों में कार्य करने वाले उत्तर प्रदेश के जो नागरिक वापस अपने जिलों में आ रहे हैं, उनके बारे में स्थानीय जिला प्रशासन और सीएम हेल्पलाइन पर जानकारी दें, जिससे उनकी निगरानी हो सके।
मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कोरोना हारेगा, भारत जीतेगा के आह्वान के अनुसार सभी कार्यकर्ता मानवता की सेवा में जी जान से जुट जाएं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भाजपा के सभी कार्यकर्ता प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के बारे में सोशल मीडिया प्लेटफार्म का प्रयोग करते हुए अवगत करवाएं। इस पैकेज के माध्यम से 1.75 लाख करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। साथ ही प्रदेश सरकार के राहत पैकेज के बारे में भी लोगों को बताएं।
कोरोना संकट से निपटने के लिए चलाये गए ‘कोई भूखा न सोए’ अभियान की समीक्षा करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने प्रत्येक कार्यकर्ता को भोजन के कम से कम पांच पैकेट तैयार कराकर बांटने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने टेलीफोन पर प्रदेश पदाधिकारियों, क्षेत्रीय व जिला अध्यक्षों से वार्ता कर जिलेवार राहत कार्यों की समीक्षा की।
उन्होंने भोजन व पानी की व्यवस्था करने के साथ कोरोना संक्रमण से बचाव के उपायों का प्रचार करने की हिदायत भी दी। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई कार्य या व्यवहार न हो जिससे लॉकडाउन का उद्देश्य प्रभावित होता हो। प्रत्येक कार्यकर्ता अपने आसपास रहने वाले सूदूर उत्तर पूर्व व अन्य राज्यों के छात्रों का विशेष ध्यान रखे।