न्यूज डेस्क
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश को 21 दिनों के लिए लॉकडाउन कर दिया गया है। लॉकडाउन से सबसे ज्यादा प्रभावित गरीब मजदूर और निचले स्तर के कर्मचारी हुए हैं। केंद्र सरकार ने लॉकडाउन से प्रभावित लोगों को राहत देने के लिए पैकेज का ऐलान कर दिया है। केंद्र सरकार के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी अपने राज्य के प्रभावित लोगों को राहत के लिए 100 करोड़ के पैकेज का ऐलान किया है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना संक्रमण रोकने के लिए हुए लॉकडाउन की वजह परेशान लोगों को राहत देने के लिए आगे आ गए हैं। गुरुवार को 100 करोड़ के पैकेज का ऐलान करने के साथ ही दूसरे राज्यों में फंसे बिहार के लोगों की मदद के लिए अधिकारियों की एक टीम बनाई है।
कुछ दिन पहले ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राशनकार्ड धारकों के खाते में 1000 रुपये की रकम डालने का एलान किया था। बिहार सरकार ने सीएम रिलीफ फंड से 100 करोड़ रुपये जारी किए हैं।
लॉक डाउन की वजह से बिहार से बाहर काम करने वाले लोगों की मदद के लिए बिहार सरकार ने अब यह कदम उठाया है।
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कोरोना वायरस से निपटने के लिए बिहार सरकार ने मुख्यमंत्री राहत कोष में 100 करोड़ की रकम जारी की है। इस रकम का उपयोग लॉकडाउन के कारण फंसे गरीबों के लिए आपदा राहत केंद्र बनाने और भोजन एवं आवास की व्यवस्था करने में किया जाएगा।
जो लोग लॉकडाउन की वजह से बिहार के बाहर फंसे हुए हैं या रास्ते में हैं उन्हें रेसिडेंट कमिश्नर के माध्यम से उसी जगह भोजन एवं आवास की व्यवस्था की जा रही है। संबंधित राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन से समन्वय स्थापित कर यह काम किया जा रहा है।
यह सभी व्यवस्था बिहार सरकार के खर्च पर की जा रही है। इसके अलावा बिहार में मौजूद कोरोना के लिए बने आपदा राहत केंद्र पर कोरोना संबंधित स्वास्थ्य सेवा भी उपलब्ध रहेगी। बिहार सरकार के अधिकारियों की टीम अन्य राज्य में फंसे लोगों की रहने खाने की व्यवस्था देख रही है। बिहार सरकार ने इसके लिए दो हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं -981831252 और 9773711261। बिहार से बाहर फंसे लोग इन फोन नंबर पर सहायता मांग सकते हैं।