न्यूज़ डेस्क
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में पिछले 66 दिनों से लखनऊ के घण्टाघर के पास धरने पर बैठी महिलाओं ने आखिरकार अपनी ज़िद्द छोड़ते हुए आंदोलन को रोकने का फैसला किया। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते और प्रशासन के काफी समझाने के बाद महिलाओं का प्रदर्शन सोमवार सुबह खत्म हो गया।
जानकारी के अनुसार घंटाघर पर सुबह 7 बजे महिलाओ ने प्रदर्शन को खत्म कर दिया। प्रदर्शन खत्म करने के लिए धर्म गुरुओं और उलेमाओं ने भी महिलाओं से अपील की थी
वहीं पुलिस ने महिलाओं को सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाया। महिलाओं का कहना है कि हालात सही होने पर वह दुबारा प्रदर्शन करेंगी।
महिलाओं ने कहा कि हम अपनी सामाजिक जिम्मेदारी के चलते यहां से हट रहे है, लेकिन सांकेतिक तौर पर अपने दुप्पटे और बैनर को यही छोड़ कर जा रहे है। महिलाओं ने पुलिस कमिशनर से अपील की है के वह महिलाओं की इन चीज़ों को यहां से न हटाये।
महिलाओं की ओर से पुलिस कमिश्नर को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि कोरोना वायरस के चलते वह अपना प्रदर्शन खत्म कर रही है। सरकार जब हालात के बेहतर हो जाने का एलान करेगी। उसके बाद महिलाएं दोबारा सीएए, एनआरसी के विरोध में घंटाघर पर प्रदर्शन करेंगी।
बता दें कि कल देर शाम आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष डॉ मौलाना कल्बे सादिक ने भी प्रदर्शन खत्म करने की अपील की थी। इसके अलावा टीले वाली मस्जिद के इमाम मौलाना फजलुल रहमान भी देर रात महिलाओं से मिलने गए थे और उनको कोरोना वायरस के प्रति जागरूक किया था।
इससे पहले दिल्ली के शाहीन बाग़ में भी चल रहे प्रदर्शन को खत्म किया गया। यहां भी कई महिलाएं धरने पर बैठी हुई थी। इसके अलावा चेन्नई में सीएए-एनआरसी के खिलाफ धरना खत्म किया गया था।
यूपी के ये जिले हुए लॉकडाउन
कोरोना की वजह से यूपी के जो 16 जिले लॉक डाउन किये गये हैं। उनमें लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, वाराणसी, आगरा, बरेली, कानपुर, मेरठ, प्रयागराज, अलीगढ़, गोरखपुर, सहारनपुर, लखीमपुर खीरी, आजमगढ़, पीलीभीत और मुरादाबाद शामिल है ये सभी जिले 25 मार्च तक लॉक डाउन रहेंगे।
पुलिस कर रही हेल्प
लॉकडाउन के दौरान यूपी पुलिस इन शहरों में पेट्रोलिंग करेगी। यूपी पुलिस की पीआरबी 112 की करीब 3000 फोर व्हीलर और 1500 टू व्हीलर पर सवार टीमें लोगों को आवश्यक सामग्री पहुंचाने में मदद करेंगे। इससे किसी भी तरह की कोई समस्या लोगों को नहीं होगी।