न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस के मरीज मिलने के बाद से उसका खौफ बढ़ता जा रहा है। हालत यह है कि होटल, रेस्टारेंट में ग्राहकों की तादात 50 फीसदी कम हो गई है। जिन होटल, रेस्टारेंट में लोगों को भोजन के लिए इंतजार करना पड़ता था, वहां अब ग्राहकों का इंतजार होने लगा है।
लखनऊ में 2500 से अधिक ऐसे होटल- रेस्टोरेंट हैं, जिनमें ग्राहक हफ्ते में दो बार शौकिया परिवार के साथ भोजन करने जाते थे, वह हफ्ते भर से नहीं आ रहे हैं। इससे अनुमानित रोजाना दो करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हो रहा है। होटल, रेस्टारेंट का लगभग सात करोड़ रुपये रोजाना का कारोबार है।
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छोटे रेस्टोरेंट व नॉनवेज दुकान का भी करीब दो करोड़ का कारोबार रोजाना का घटा है। होटल एसोसिएशन की माने तो अब होटल, रेस्टारेंट में वहीं खाना खाने आ रहे हैं, जिनके पास घर के खाने का विकल्प नहीं है।
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नॉवेल्टी चौराहा स्थित अफगानी नॉनवेज प्वॉइंट के रिज़वान की माने तो घरों से नॉनवेज की ऑनलाइन बुकिंग करने का काम 50% ठप हो गया। फरवरी तक तो दोपहर 12 बजे से नॉनवेज की बुकिंग शुरू हो जाती थी। अब तो काफी- काफी देर तक बुकिंग की कॉल नहीं आती है।
कारोबारी अजमल की माने तो कोरोना वायरस से नॉनवेज कारोबार पर व्यापक असर पड़ा है। होटल- रेस्टारेंट में तो नॉनवेज के ग्राहक आ भी रहे हैं, पर चिकन- बिरयानी की दुकानें तो बंद होने लगी हैं। इन दुकानों पर एक बड़ा तबका आता था।
व्यापारियों का कहना कि कोरोना वायरस के चलते बाजारों की भी भीड़ न केवल घटी है बल्कि गायब हो गयी है, लेकिन कुछ व्यापारियों का मानना है कि होली के त्योहार के कारण भी ऐसा हो सकता है।
शहर से जो लोग पर्व मनाने दूसरे शहर गए उनकी वापसी रविवार तक होगी। इसके बाद बाजारों में खरीददारों की आवक बढ़ेगी। सोमवार से बाजारों में ग्राहकों की आवक न बढ़ना कोरोना का खौफ माना जाएगा।
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