न्यूज़ डेस्क
पूरी दुनिया में फैले कोरोना वायरस को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने महामारी घोषित कर दिया है। साथ ही विदेश से भारत आने वाले लोगों का वीजा 15 अप्रैल तक सस्पेंड कर दिया है। फिलहाल डिप्लोमैटिक वीज़ा, आधिकारिक, UN/इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन के, रोजगार संबंधित, विशेष प्रोजेक्ट से जुड़े वीज़ा होल्डर्स को इसमें छूट प्रदान की गई है। यह रोक 13 मार्च 2020 से लागू होगी।
भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने बताया कि भारतीय नागरिकों को गंभीरता से ये सलाह दी जा रही है कि जरुरी न हो तो विदेशी यात्राएं न करें। साथ ही अगर वे कही से भी यात्रा करके वापस लौटते हैं तो उन्हें कम से कम 14 दिन तक लोगों से अलग रखा जा सकता है।
इसके अलावा एयर इंडिया ने इटली और दक्षिण कोरिया की सभी फ्लाइट कैंसिल कर दी हैं। इटली के लिए 28 मार्च और कोरिया के लिए 25 मार्च तक के लिए फ्लाइट कैंसिल कर दी गई हैं।
वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस मामले में कहा कि, ‘हमारे आंकलन के अनुसार कोविद-19 अब महामारी बन चुका है। स्वास्थ्य संगठन पूरी दुनिया में फैल रहे इस वायरस की सक्रियता से चिंतित है. यह खतरनाक स्तर पर पहुंच रहा है।’
भारत में अब तक 60 पॉजिटिव केस
कोरोना वायरस से भारत में अब तक 60 मरीज संक्रमित पाए गये हैं। इस पर स्वास्थ्य मंत्रालय भी अलर्ट मोड पर है। दरअसल कोरोना वायरस पर निर्माण भवन में बैठक बुलाई गई थी। बीते दिन हुई इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, हरदीप सिंह पुरी, नित्यानंद राय, अश्विनी चौबे सहित कई केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इस बैठक की अध्यक्षता स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने की।
गृह मंत्रालय के अंतर्गत काम करेगा स्वास्थ्य मंत्रालय
भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने भीकहा है कि आपदा प्रबंधन कानून, 2005 के तहत नेशनल एक्जीक्यूटिव कमेटी के प्रतिनिधियों के प्रमुख होने के नाते केंद्रीय गृह सचिव के अंतर्गत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव की शक्तियां दी जाएगी। इससे कोरोना वायरस को फैलने से रोकने की तैयारियां बढ़ाई जा सकें।