न्यूज डेस्क
लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला नाराज है। लगातार दो दिन से वह सदन आ रहे हैं। बुधवार को भी वह संसद तो पहुंचे लेकिन सदन में नहीं गए और आज भी वह सदन में दाखिल नहीं हुए।
दिल्ली हिंसा के मुद्दे पर संसद में चर्चा को लेकर घमासान मचा हुआ है। मंगलवार को सदन में विपक्षी दलों ने खूब हंगामा किया। विपक्षी दलों के हंगामे पर स्पीकर ने नाराजगी व्यक्त करते हुए सांसदों को चेताया भी था।
दरअसल स्पीकर कुछ सांसदों द्वारा संसद के नियमों और प्रक्रिया का पालन नहीं करने से नाराज हैं। इसीलिए वह दो दिन से सदन नहीं जा रहे हैं। वहीं स्पीकर के सदन में न आने से विपक्षी दलों के सांसद भी स्पीकर की भूमिका को लेकर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। उनका कहना है कि स्पीकर सदन में दिल्ली हिंसा पर चर्चा या स्थगन प्रस्ताव की अनुमति नहीं देते हैं।
यह भी पढ़ें : उत्तर प्रदेश ही नहीं दुनिया भर के देश परेशान हैं चूहों से
लोकसभा में लगातार चौथे दिन गुरुवार को विपक्षी दलों ने दिल्ली हिंसा पर चर्चा को लेकर हंगामा किया। हंगामे के चलते लोकसभा को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। चूंकि ओम बिड़ला सदन में नहीं आ रहे हैं इसलिए उनकी जगह बीजू जनता दल के नेता बी. महताब स्पीकर की कुर्सी संभालते नजर आए। उन्होंने विपक्षी दलों के सांसदों से शांतिपूर्वक सदन चलाने की अपील की।
हंगामा कर रहे सांसदों ने बी. महताब ने कहा सरकार को दिल्ली हिंसा और कोरोनो वायरस दोनों पर चर्चा की अनुमति देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्पीकर कुछ सांसदों के बर्ताव और हाउस न चलने देने से दुखी हैं।
गौरतलब है कि 3 मार्च को लोकसभा और राज्यसभा में दिल्ली हिंसा पर चर्चा किए जाने को लेकर खूब हंगामा हुआ। इस पर स्पीकर ओम बिड़ला ने विपक्ष के सांसदों ने कहा कि सरकार इस पर चर्चा के लिए तैयार है और होली के बाद 11 मार्च को इस विषय पर चर्चा की जाएगी।
स्पीकर के इस बात पर विपक्षी दलों के नेता भड़क गए। सांसद स्पीकर की ओर कागज के गोले फेंकने लगे। कुछ सांसद वेल के पास आकर नारेबाजी भी करने लगे।
स्पीकर ने हंगामा करने वाले सांसदों को सत्रभर तक निलंबित करने की चेतावनी भी दी और कहा कि वह संसद में प्लेकॉर्ड और पोस्टर लेकर न आएं। हंगामे को देखते हुए सदन की कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया था।
वहीं लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने होली के बाद चर्चा करने पर कहा कि दिल्ली में इतनी हिंसा हो गई और सरकार होली मनाने की बात कह रही है।
यह भी पढ़ें : ईपीएफओ ने कर्मचारी भविष्य निधि पर ब्याज दर घटाया
यह भी पढ़ें : क्या कोरोना का असर बच्चों पर भी हो सकता है ?