न्यूज डेस्क
नागरिकता संशोधन एक्ट (CAA) के नाम पर दिल्ली की सड़कों पर शुरू हुआ बवाल 18 मौतों के बाद भी थमा नहीं है। बुधवार सुबह भी दिल्ली के गोकुलपुरी इलाके में हिंसक प्रदर्शन हुआ, यहां पर कुछ उपद्रवियों ने एक दुकान में आग लगा दी।
चश्मदीदों का कहना है कि यहां पर कुछ लोग आए और आग लगाकर भाग गए। उपद्रवियों ने स्क्रैप मार्केट की दुकान नंबर 15 में आग लगाई गई है।
इस बीच दिल्ली की मौजूदा स्थिति पर काबू पाने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल को खुली छूट दी गई है। अजित डोभाल अब से कुछ देर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कैबिनेट को दिल्ली हिंसा की जानकारी देंगे। बता दें कि मंगलवार शाम को अजित डोभाल दिल्ली के कई इलाकों में भी गए थे।
I have been in touch wid large no of people whole nite. Situation alarming. Police, despite all its efforts, unable to control situation and instil confidence
Army shud be called in and curfew imposed in rest of affected areas immediately
Am writing to Hon’ble HM to this effect
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 26, 2020
हिंसा के नेताओं की भी प्रतिकिया आना शुरू हो गया है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा है कि स्थिति चिंताजनक है। पुलिस सारी कोशिशों के बावजूद स्थिति को नियंत्रित करने और आत्मविश्वास स्थापित करने में असमर्थ रही है। सेना को बुलाकर बाकी प्रभावित इलाकों में तुरंत कर्फ्यू लगाया जाना चाहिए। मैं इस संदर्भ में गृह मंत्री को पत्र लिख रहा हूं।
दिल्ली के कुछ क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों की हिंसा, उपद्रव व आगजनी की घटनाओं में भारी जान-माल की क्षति अति-दुःखद व अति-निन्दनीय। केन्द्र व दिल्ली सरकार इसे पूरी गंभीरता से लेकर इसकी उच्च स्तरीय जाँच कराए व सभी लापरवाही व दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे, यह बीएसपी की माँग है।
— Mayawati (@Mayawati) February 26, 2020
वहीं, बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि दिल्ली के कुछ क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों की हिंसा, उपद्रव व आगजनी की घटनाओं में भारी जान-माल की क्षति अति-दुःखद व अति-निन्दनीय। केन्द्र व दिल्ली सरकार इसे पूरी गंभीरता से लेकर इसकी उच्च स्तरीय जाँच कराए व सभी लापरवाही व दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे, यह बीएसपी की माँग है।
दूसरी ओर दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान शहीद हुए पुलिस हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल का परिवार धरने पर बैठ गया है। परिवार की मांग है कि रतनलाल को शहीद का दर्जा दिया जाए। गौरतलब है कि दिल्ली के भजनपुरा में हुई हिंसा के दौरान रतनलाल की मौत हो गई थी, वो राजस्थान के सीकर के रहने वाले थे। बुधवार को उनके परिवार ने पैतृक गांव जाने वाले रास्ते पर जाम लगा दिया।