न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश की राजनीति में हाशिए पर खड़ी बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) चीफ मायावती ने पार्टी को सूबे फिर से खड़ा करने की जिम्मेदार अपने भतीजे आकाश आनंद को सौंपी है। 2022 विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी से दूर जाते कार्यकर्ताओं और वोटरों का भरोसा जीतने के लिए मायावती ने आकाश के युवा चेहरे को अपना अस्त्र बनाया है।
बता दें कि मायावती ने अपने सभी अनुषांगिक संगठनों, राज्य के विभिन्न जिलों और इकाइयों की कमेटियों के पुनर्गठन का फैसला किया है। साथ ही भंग की गई बसपा की तमाम कमेटियां जल्द ही गठित होंगी और इन कमेटियों की देखरेख सीधे तौर पर उनके भतीजे आकाश आनंद करेंगे।
मालूम हो कि आकाश आनंद पहले से ही बीएसपी के राष्ट्रीय को-ऑर्डिनेटर हैं, लेकिन यह जिम्मेदारी उन्हें सीधे कैडर से जोड़ेगा, क्योंकि बसपा के कैडर और जिले से लेकर राज्य तक की मीटिंग की समीक्षा खुद आकाश करेंगे।
दिल्ली में शनिवार को हुई मीटिंग में मायावती ने बसपा के सभी नेताओं और पदाधिकारियों के सामने कहा कि आकाश अब आगे उत्तर प्रदेश में ज्यादा काम देखेंगे। बसपा अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश सहित सभी राज्यों की भंग चल रही प्रदेश इकाइयों के गठन की प्रक्रिया शुरू करने को कहा है।
इस कार्य की निगरानी का जिम्मा दो वरिष्ठ नेताओं आकाश आनंद और रामजी गौतम को सौंपा गया है। मायावती ने बसपा की उत्तर प्रदेश इकाई के नेताओं की शनिवार को बुलाई बैठक में पार्टी के संगठनात्मक ढांचे की समीक्षा की।
इस दौरान उन्होंने सभी राज्यों की भंग चल रही प्रदेश इकाइयों के गठन की प्रक्रिया शुरू करने को कहा है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, उन्होंने गौतम और अपने भतीजे आनंद की निगरानी में उत्तर प्रदेश की जिला और ब्लॉक स्तरीय इकाइयों का गठन करने को कहा।
बताया जा रहा है कि प्रदेश प्रियंका गांधी और भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर की बढ़ती सक्रीयता को देखते हुए मायावती ने ये फैसला किया है। मायावती को इस बात डर सता रहा है कि कहीं बसपा के कोर वोटर छटक कर कांग्रेस और अन्य दलों में शामिल न हो जाएं।