न्यूज डेस्क
कभी नकल के लिए बदनाम रहे यूपी बोर्ड में नकल संस्कृति कब खत्म होगी यह एक सवाल बना हुआ है। नकल पर प्रभावी अंकुश पाने के लिए सरकार और शिक्षा विभाग प्रति वर्ष और भी बड़ा नकेल लगा रहा है। इस वर्ष तो नकल को रोकने के लिए महा अभियान चला रखा है। यूपी की योगी सरकार और शिक्षा विभाग के अफसरों का दावा है कि इस बार से नकल पर पूरी तरह से रोक लग जाएगी।
परीक्षा के दौरान आनलाइन परीक्षा की वेबकास्टिंग होगी। इसके साथ ही मानीटरिंग सेल का भी गठन किया गया है जो जिले से ही प्रत्येक परीक्षा केन्द्रों पर अपनी नजर रखेगी। लेकिन पूर्वी यूपी से सामूहिक नकल की जिस तरह से खबरें आ रहीं हैं। उसे देखने के बाद योगी सरकार के सारे दावे खोखले साबित हो रहे हैं।
सामूहिक नकल का ताजा मामला मऊ जिले में सामने आया है। यहां पर एक विद्यालय में प्रबंधक ने छात्रों से नकल करने की अपील की है। नकल करने के लिए प्रेरित करता हुआ एक वीडियो सामने आने के बाद जिला प्रशासन में भी हड़कंप मच गया है। मामले में पता चला है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर मऊ के स्कूल प्रबंधक को गिरफ़्तार कर लिया गया है। उसे जेल भेजा जा रहा है।
नकल पर नकेल कसने को लेकर प्रशासन सख्त हुआ और इस मामले में डीएम ने प्रेस कांफ्रेंस कर कार्रवाई की बात कही है। मऊ के जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि हमने मामले का संज्ञान लिया है। इस मामले में जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पूरा मामला मऊ जिले के हरिवंश मेमोरियल इंटर कॉलेज का है जहां के प्रबंधक बोर्ड परीक्षा में उपस्थित होने वाले छात्रों को निर्देश देते हुए कहते हैं कि – ‘परीक्षा देते समय नकल करें और जब पकडे जाएं तो अनुशासन भी बनाए रखें।’ इस मामले में वीडियो वायरल होने के बाद गुरुवार को डीएम की ओर से स्पष्टीकरण दिया गया है।
#WATCH Mau: Manager of Harivansh Memorial Inter College gives instructions to students appearing in state board examination; says ‘write your exam with the help of cheating and maintain discipline when your ‘chit’ is caught’. (18.02) pic.twitter.com/nMeiUQmQai
— ANI UP (@ANINewsUP) February 20, 2020
सोशल मीडिया में वायरल हुए वीडियो में कथित तौर पर स्कूल संचालक प्रविंद मल्ल अपने विद्यालय के बच्चों को यह समझाता नजर आ रहा है कि प्रशासनिक सख्ती से डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि बच-बचाकर, ताक-झांक कर, आपस में बातचीत कर सभी सवालों के जवाब लिख लेने की जरूरत है।
प्रविंद मल्ल ने यहां तक कह डाला कि परीक्षा के दौरान आपस में बातचीत कर के लिख लेना कोई नकल थोड़े है। यही नहीं वीडियो में उसने यहां तक कहा है कि बात न बने इससे भी तो उत्तर पुस्तिका में 100 की नोट रख देना कांपी जांचने वाला अध्यापक बिना देखे पास कर देगा। जिला प्रशासन ने इस वीडियो को बेहद गंभीरता से लिया है।
वायरल वीडियो की जांच के बाद डीएम ने आरोपित प्रबंधक पर कार्रवाई की बात कही है। वहीं जिले भर में यह वीडियो वायरल होने से प्रशासन में भी हड़कंप की स्थिति है। जिला प्रशासन की ओर से इस मामले की जांच के लिए शिक्षा अधिकारियों को भी निर्देश जारी कर दिया गया है।
जिला विद्यालय निरीक्षक डा.राजेंद्र प्रसाद के निर्देश पर जनता इंटर कालेज दुबारी के प्रधानाचार्य ने संबंधित स्कूल संचालक के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करा दिया है। नकल के लिए उकसाने पर जिला प्रशासन की इस कार्रवाई को देख नकल माफियाओं के हाथ-पांव फूलने लगे हैं।
डीआइओएस डा.राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि शासन हर कदम पर नकल रोक कर प्रदेश में शैक्षिक वातावरण बनाने में लगा है। ऐसे में स्कूल संचालक हो या कोई आम नागरिक यदि नकल को बढ़ावा देने वाली उसकी कोई हरकत रिकार्ड के तौर पर सामने आएगी तो उसके विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराकर जेल भेजने से कम की कार्रवाई नहीं होगी।
डीआइओएस ने कहा कि गुरुवार को इंटर भौतिकी के प्रश्न पत्र को लेकर केंद्र व्यवस्थापकों को विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश जारी किया गया है। इसके साथ ही कुछ केंद्रों पर शिकायतें मिलने पर वहां एसटीएफ को भी अलर्ट कर दिया गया है।