न्यूज डेस्क
अक्सर आपके खर्राटे दूसरों की नींद खराब करते हैं लेकिन आप मस्ती में सो रहे होते हैं। शायद आप ये नहीं जानते कि खर्राटे लेना सेहत को खराब करने और बीमारी का संकेत हो सकता है। इस बारे में नेशनल स्लीप फाउंडेशन की माने तो, हर तीन में से एक पुरुष और चार में से एक महिला हर रात खर्राटे लेता है।
इन्ही खर्राटो से छुटकारा पाने के लिए आप कुछ घेरलू उपाय अपना सकते हैं। इन उपायों को अपनाने से अब काफी हद तक इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
क्यों आते हैं खर्राटे
अक्सर इंसान सोते समय सांस लेने के दौरान नाक से अजीब तरह की आवाजें निकालता है। ये आवाजें सांस लेने के दौरान होने वाली रुकावटों की आवाज होती है। मुंह, नाक और कंठ में मौजूद टीशू और पैलेट के वाइब्रेशन से ये आवाजें निकलती है। नींद में सोते वक्त अगर सांस लेने के दौरान एयरफ्लो में किसी तरह की रुकावट आती है तब नाक और कंठ में मौजूद टीशू में वाइब्रेशन होने लगता है।
इस तरह से खर्राटे आने लगते हैं। कुछ लोग खर्राटे तो लेते हैं लेकिन उसकी आवाज बहुत धीमी होती है। जबकि कुछ लोगों के खर्राटों की आवाज इतनी तेज होती है कि उसे दूसरे कमरे तक सुना जा सकता है। इसी को कम करने के लिए हम आपको बताने जा रहे कुछ घरेलू उपाय जिससे आप इन खर्राटो से निजत पा सकते हैं।
पिये अदरक और शहद की चाय
इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए अदरक एक अहम रोल निभाती हैं। दरअसल अदरक में ऐंटी-इन्फ्लेमेट्री और ऐंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टी भारी मात्रा में पाया जाता है जो सलाइवा के स्त्राव को बढ़ाता है। इससे कंठ और गले को राहत मिलती है और खर्राटे नहीं आते। रोजाना दिन में 2 बार अदरक और शहद की चाय पीने से खर्राटों की दिक्कत दूर हो सकती है।
इस्तेमाल करें लहसुन, प्याज और मूली
लहसुन, प्याज और मूली जैसे स्ट्रॉन्ग अरोमा वाले फूड खाने से लंग्स में कंजेशन की दिक्कत कम होती है। साथ ही नाक के सूखने की समस्या भी नहीं होती। इन चीजों को खाने से टॉन्सिल से भी छुटकारा मिल सकता है। रात में सोने से पहले अगर आप इन्हें चबा लें तो खर्राटों की दिक्कत नहीं होगी।
नींद को करें इस तरह से बेहतर
अगर आप अपनी नींद की क्वालिटी में सुधार करते हैं तो खर्राटों से छुटकारा पा सकते हैं। इसके लिए शरीर में मेलाटॉनिन की मात्रा बढ़ाने की जरूरत होती है। इसी हार्मोन्स की वजह से आपको सोने में मदद मिलती है। ऐसे में अनानास, केला और संतरा जैसी चीजों का सेवन करें जिसमें मेलाटॉनिन कॉन्टेंट बहुत ज्यादा होता है। जब नींद अच्छी आएगी तो खर्राटे अपने आप ही बंद हो जाएंगे।