न्यूज डेस्क
लखनऊ में बुधवार से डिफेंस एक्सपो का आयोजन होने जा रहा है, जिसमें स्वदेशी हथियार की धूम रहेगी। हथियारों के सबसे बड़े मेले में देश के कई बड़े रक्षा उत्पाद भी नजर आएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पांच दिवसीय मेगा शो का उद्घाटन करेंगे। इस 11वें डिफेंस एक्सपो में दुनियाभर के हथियारों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
डिफेंस एक्सपो भारतीय रक्षा उद्योग के लिए अपनी क्षमताओं को दिखाने और निर्यात की संभावना तलाशने के लिए काफी कारगर साबित हो सकता है। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री का लखनऊ में करीब साढ़े तीन घंटे का कार्यक्रम है।
बताया जा रहा है कि लखनऊ के चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल अमौसी एयरपोर्ट पर उतरने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी चॉपर से डिफेंस एक्सपो पर जाएंगे। इसके बाद वहां से सड़क मार्ग से कार्यक्रम स्थल वृंदावन योजना पर पहुंचेंगे। पीएम मोदी के कार्यक्रम के मद्देनजर डीएम ने रविवार रात को अमौसी एयरपोर्ट से लेकर कार्यक्रम स्थल तक के रूट, मुख्य कार्यक्रम स्थल वृंदावन योजना, कल्ली पश्चिम पुलिस लाइन स्थित हैलीपैड, रिवर फ्रंट आदि स्थलों का निरीक्षण किया।
लखनऊ के आवास विकास विभाग की वृंदावन योजना सेक्टर-15 में पांच को डिफेंस एक्सपो का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और तीनों सेनाओं के प्रमुख भी मौजूद रहेंगे। इसी दिन गोमती रिवर फ्रंट पर भी आयोजन शुरू होंगे।
एक्सपो में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के विकसित रणनीतिक और सामरिक हथियार प्रणालियों, रक्षा उपकरणों और तकनीक का पांच फरवरी से नौ फरवरी तक प्रदर्शन किया जाएगा। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, “लखनऊ में पहली बार होने जा रहे डिफेंस एक्सपो में करीब एक हजार कंपनियां अपने हथियार,रक्षा उपकरण और तकनीक का प्रदर्शन करेंगी।”
इस मेले में भारत में बने धनुष तोप से लेकर तेजस जेट तक का प्रदर्शन किया जाएगा। साथ ही इसमें दुनिया भर की दिग्गज कंपनियां अपनी सैन्य तकनीक का प्रदर्शन करके भारतीय सेनाओं को खरीद के लिए रिझाने की कोशिश करेंगीं। डिफेंस एक्सपो में भारत और विदेश की छोटी-बड़ी कंपनियां भी हथियारों का प्रदर्शन करने को तैयार हैं।
इसके अलावा डीआरडीओ सहित देश के लिए रक्षा उत्पाद बनाने और रिसर्च करने वाली एजेंसियां और कंपनियां स्वदेशी का गौरव बढ़ाते हुए अपने हथियार का प्रदर्शन करेंगी। इस दौरान आठ प्रौद्योगिकी समूह- एरोनॉटिकल सिस्टम्स, आर्मामेंट एंड कॉम्बैट इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन सिस्टम्स, लाइफ साइंसेज, माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस एंड कम्प्यूटेशनल सिस्टम्स मिसाइल और स्ट्रैटजिक सिस्टम्स से लेकर नौसेना प्रणाली और मटेरियल और सिस्टम विश्लेषण व मॉडलिंग का कौशल दिखेगा।
थल सेना के हथियारों में पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर और धनुष तोप के अलावा इंटीग्रेटेड मल्टीफंक्शन साइट, स्मॉल आर्म्स एडवांस्ड होलोग्राफिक साइट, आई सेफ लेजर, नाइट विजन डिवाइसेज, बॉर्डर सर्विलांस सिस्टम, लेजर ऑर्डिनेंस डिस्पोजल सिस्टम, लेजर डैजलर्स का भी प्रदर्शन होगा
रक्षा मंत्रालय की जन संपर्क अधिकारी गार्गी मलिक सिन्हा ने मंगलवार को यहां बताया, “डिफेंस एक्सपो में भागीदारी के लिए 989 से अधिक कंपनियों ने अब तक अपना पंजीकरण करा लिया है। इनमें यूएसएए, ब्राजील, फ्रांस और नार्वे समेत कई देशों की 165 कंपनियां भी शामिल हैं।”