Friday - 25 October 2024 - 3:23 PM

‘बांग्लादेशी निकलो नहीं तो मनसे स्टाइल में बाहर किए जाओगे’

 

 

न्यूज डेस्क

देश में रह रहे अवैध बांग्लादेशियों को राज ठाकरे की पार्टी मनसे ने चुनौती दी है। मनसे ने कहा है कि बांग्लादेशी निकलो नहीं तो मनसे स्टाइल में बाहर किए जाओगे।

नागरिकता संसोधन कानून और एनआरसी को लेकर देशभर में हो रहे विरोध-प्रदर्शन के बीच राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र  नवनिर्माण सेना ने देश में रह रहे अवैध बांग्लादेशियों को देश छोड़कर जाने को कहा है। यह बाते मनसे ने एक पोस्टर के माध्यम से कही है।

नवी मुंबई में मनसे का एक पोस्टर इन दिनों चर्चा में है। पोस्टर में राज ठाकरे और उनके बेटे अमित ठाकरे की तस्वीरें भी लगी हैं और उसमें लिखा गया है कि ‘बांग्लादेशी निकलो नहीं तो मनसे स्टाइल में बाहर किए जाओगे।’

यह भी पढ़ें :  संसद में गृह मंत्रालय की सफाई, कहा-देशव्यापी एनआरसी लाने…

यह भी पढ़ें : आप का घोषणापत्र जारी, हर परिवार को समृद्ध बनाना प्राथमिकता

गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले राज ठाकरे ने नागरिकता संसोधन कानून के मुद्दे पर मोदी सरकार को समर्थन देने का ऐलान किया था। इसके बाद तीन जनवरी को नवी मुंबई में मनसे का यह पोस्टर सामने आया है।

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने नागरिकता संसोधन कानून के समर्थन और अवैध बांग्लदेशी तथा पाकिस्तानियों के खिलाफ 9 फरवरी को मार्च निकालने का भी ऐलान किया है। एमएनएस का आरोप है कि नवी मुंबई में कई जगहों पर कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा है जहां अवैध बांग्लादेशी बतौर मजदूर काम करते हैं।

यह भी पढ़ें : टैक्स दर कम और छूट खत्म करने पर सरकार ने क्या दलील दी

वहीं मनसे के इस कदम पर राजनीतिक पंडितों का कहना है कि शिवसेना का बीजेपी के साथ दोस्ती टूटने के बाद वह कट्टर हिंदुत्व वाली छवि अपना कर अपने लिए नई सियासी जमीन तैयार करने में जुटी है।

दरअसल 23 जनवरी को हिंदुत्व की राजनीति हथियाने की यह शुरू हुई थी जब राज ठाकरे की पार्टी मनसे ने नए झंडे, चिन्ह और नई विचारधारा के साथ नई शुरुआत की थी। मनसे अध्यक्ष ठाकरे ने पार्टी के नए झंडे का अनावरण किया जो गहरे भगवा रंग का है। साथ ही छत्रपति शिवाजी महाराज के शासन की मुद्रा (रॉयल सील) को चिन्ह के तौर पर जारी किया गया है।

गौरतलब है कि सीएए और एनआरसी के विरोध में देशव्यापी विरोध-प्रदर्शन हो रहा है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इस कानून के जरिए अल्पसंख्यकों के साथ अन्याय किया जा रहा है।

हालांकि केंद्र सरकार इस कानून को लेकर कई बार साफ कर चुकी है कि नागरिकता संशोधन कानून किसी भी भारतीय की नागरिकता लेने के लिए नहीं बल्कि उन्हें नागरिकता देने के लिए लाया गया है।

यह भी पढ़ें :आप का घोषणापत्र जारी, हर परिवार को समृद्ध बनाना प्राथमिकता

यह भी पढ़ें :  क्या एलआईसी के विनिवेश पर सरकार की राह आसान होगी

Radio_Prabhat
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com